करिश्‍माई नेतृत्‍व क्षमता और दूरदृष्टि के लिए याद किये जाएंगे जेआरडी टाटा

जमशेदपुर। जेआरडी टाटा करिश्‍माई नेतृत्‍व क्षमता और दूरदृष्टि के लिए याद किये जाएंगे। पिता की मृत्‍यु के समय वे 22 साल के थे। इसके बाद वर्ष,1926 में टाटा संस के डायरेक्टर और 12 वर्ष बाद इसके चेयरमैन बने। तब से 1993 में उनकी मृत्यु तक जेआरडी टाटा का जीवन राष्ट्रीय हित के लिए एक सतत […]

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