परिवर्तन की लौ : सामूहिक जागरुकता से सुरक्षा और तैयारी की ओर
अरविंद कुमार सिन्हा 14 अप्रैल 1944 को मुंबई के विक्टोरिया डॉक पर एक भयावह त्रासदी हुई, जब एसएस फोर्ट स्टिकीन के कार्गो होल्ड में अचानक आग भड़क उठी। इसने ऐसे विनाशकारी विस्फोटों को जन्म दिया, जिन्होंने न सिर्फ शहर का भौगोलिक नक्शा बदल दिया, बल्कि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को लेकर सोच की दिशा भी […]
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