कोलकाता। पश्चिम बंगाल में गिरती कानून व्यवस्था का आलम यह है कि हुगली में फिर से हिंसा भड़क उठी है। इसके बाद रिशरा रेलवे स्टेशन को बंद करा दिया गया और हावड़ा-बर्दमान रूट पर गाड़ियों का संचालन भी रोक दिया गया है। रिशरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर हुए पथराव के बाद स्टेशन को बंद कराया गया।
वहीं यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और ट्रेनों का संचालन भी रोक दिया गया है। रामनवमी से शुरू हुई हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है।
बीते रविवार को रिशरा में शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी हुई थी और दो गुटों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई। उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और जमकर पथराव हुआ। कई लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
स्थानीय प्रशासन ने हुगली और आसपास के एरिया में धारा 144 लागू कर दी है लेकिन हिंसा है कि थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले में दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। दूसरी तरफ कलकत्ता हाईकोर्ट ने 5 अप्रैल तक हिंसा मामले में प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुए वारदात के बाद भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी नेता दिलीप घोष ने कहा कि दूसरे गुट के उपद्रवियों ने महिलाओं और बच्चों को भी निशाना बनाया है। कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि बीजेपी दंगे और हिंसा का सहारा ले रही है और लोगों के बीच फूट डालने की कोशिश में यह दंगे कराए जा रहे हैं।
बीते 30 मार्च को रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के कई स्थानों पर हिंसा फैली। पश्चिम बंगाल के हावड़ा सहित नार्थ दिनाजपुर और इस्लामपुर में हिंसा रिपोर्ट की गई। अभी भी कई स्थानों पर छिटपुट हिंसा का दौर जारी है।