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Nabard : राज्य ऋण संगोष्ठी में 43725 करोड़ की क्रेडिट क्षमता का आकलन

झारखंड
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रांची। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (Nabard) द्वारा राज्य ऋण संगोष्ठी 2023-24 का आयोजन धुर्वा के झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में 29 मार्च, 2023 को किया गया। संगोष्ठी में राज्य सरकार, नाबार्ड, बैंक और अन्य एजेंसियों के कार्यक्रम व योजनाओं के अभिसरण और तालमेल के लिए रणनीति पर मंथन किया गया। राज्य फोकस पेपर 2023-24 का विमोचन किया गया। सेमिनार का थीम ‘राज्य बजट का क्रेडिट प्लान के साथ अभिसरण’ था।

स्वागत करते हुए नाबार्ड के मुख्‍य महाप्रबंधक डॉ एमएस राव ने प्राथमिकता क्षेत्र के लिए साख आयोजना तैयार करने में नाबार्ड की भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने सभी को मिलकर ‘बनाएंगे नया झारखंड’ का विजन साझा किया।

डॉ राव ने झारखंड के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के तहत वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 43725.00 करोड़ की क्रेडिट क्षमता के आकलन पर प्रकाश डाला। राज्य सरकार और सभी बैंकों से नाबार्ड राज्य फोकस पेपर में क्रेडिट अनुमानों को धरातल पर उतारने के लिए ठोस कार्रवाई का आह्वान किया।

मुख्‍य महाप्रबंधक ने कहा कि राज्य के 4000 करोड़ के कृषि बजट के अभिसरण से बैंकों द्वारा 15000 करोड़ का कृषि ऋण दिया जा सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक संजीव सिन्हा ने सभी बैंको को मिलकर अगले साल के क्रेडिट लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक मनोज कुमार, झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक पीयूष भट्ट, एसएलबीसी के संयोजक सुबोध कुमार, मत्‍स्‍य निदेशक एचएन द्विवेदी, निदेशक (ICAR-IIABT) डॉ सुजय रक्षित द्वारा ने भी संबोधित किया।

कृषि विभाग के विशेष सचिव प्रदीप हजारी द्वारा 100% किसानों को केसीसी आच्छादन करने पर बैंको को ध्यान देने को कहा। उन्होंने राज्य फोकस पेपर को अनुसंधान दस्तावेज़ के रूप मे स्थापित करने का प्रयास करने को कहा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यक्रमों को बैंकों दायरा आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया।

इस अवसर पर वर्ष 2022-23 में चार श्रेणी मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकों को सम्मानित किया गया।