- किसान-श्रमिकों के निबंधन और पहचान पत्र जारी करने के लिए लगेगा विशेष शिविर
साहिबगंज। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम का लक्ष्य आपके हित की योजनाओं को आपके घर के दरवाजे तक पहुंचाना है। इसे मिशन मोड में चलाया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को त्वरित रूप से लाभ दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि आप सभी से आग्रह है कि जहां भी शिविर लगे, वहां अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन अवश्य समर्पित करें, जिससे ससमय आपको योजनाओ से लाभान्वित कराया जा सके। वह 1 नवंबर को साहिबगंज के पुलिस लाइन मैदान में आयोजित ‘आपकी योजना-आपकी सरकार- आपके द्वार’ कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। यहां विभिन्न विभाग के स्टॉल लगाए गए थे, जहां पदाधिकारियों द्वारा लोगों को जनकल्याकारी योजनओं से लाभान्वित कराया गया।
15 दिन में 21 लाख आवेदन मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष भी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत 35 लाख आवेदनों में 99 प्रतिशत लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ। वहीं, इस बार 15 दिन में 21 लाख से ज्यादा आवेदन सरकार को प्राप्त हो चुके हैं, जिनका संबंधित अधिकारियों द्वारा निराकरण किया जा रहा है। सुदूरवर्ती इलाकों तक इस योजना को पहुंचाने के लिए सरकार के पदाधिकारी आपके पास पहुंच कर आपको योजनाओं से लाभान्वित कराने का कार्य कर रहे हैं। जिन समस्याओं का समाधान यहां नहीं हो पाता, उसे मुख्यालय भेज दिया जा रहा है, जिस पर वरीय पादधिकारी विचार कर निष्पादित करने का कार्य कर रहे है। वहीं पोर्टल के माध्यम से इस कार्यक्रम की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है।
सुखाड़ से लड़ने में सरकार आपके साथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जिलों के 226 प्रखंडों को सुखाड़ घोषित कर दिया गया है। इसके तहत 30 लाख किसानों को सरकार 3,500 रुपये के हिसाब से प्रति किसान सहायता राशि देने के लिए योजना बना कर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपकी सहायता के लिए संकल्पित है। किसानों के लिए विभाग द्वारा पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं। जल्द ही, इसके लिए विशेष शिविर लगाकर किसानों को निबंधित करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि हर खेत में 12 महीने पानी उपलब्ध हो, इस बाबत कार्ययोजना बनाई जा रही है।
योजनाओं से लोगों को कर रही लाभान्वित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से 9 लाख बच्चियों को लाभान्वित करने की योजना है। इसमें लगभग 2 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 1लाख 25 हजार आवेदन स्वीकृत भी कर लिए गए हैं। इन बच्चियों को योजना का लाभ भी मिलना आरंभ हो जायेगा। सरकार बुजुर्गों, विधवा, दिव्यांग एवं एकल महिला को सर्वजन पेंशन से जोड़ ही रही है। आदिवासी, पिछड़े आदि के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें सरकारी खर्चे पर विदेश पढ़ने के लिए भेजा जा रहा है। झारखंड के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए मॉर्डन स्कूल बनाये जा रहे हैं। कल्याण विभाग द्वारा बनाये गए आदिवासी छात्रावास का भी सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का हुआ वितरण
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 10481.00 लाख रुपये की लागत से 23 योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया। कुल 5517.75 लाख रुपये की लागत से 9 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण विकास, विशेष प्रमंडल के तहत पुल निर्माण, श्रम विभाग के तहत 2 मेकर लैब निर्माण, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमण्डल एवं कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग के तहत विभिन्न पथों का सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण कार्य और झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित बरहेट थाना के नए भवन का उद्घाटन किया।
सीएम ने कुल 4963.25 लाख रुपये की लागत के 14 योजनाओं की आधारशिला रखी। जिसमें कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण विकास, विशेष प्रमंडल के तहत 8 उच्चस्तरीय पुल का निर्माण, कार्यपालक अभियंता, गंगा पंप नहर के तहत विभिन्न स्थानों पर कुल 610 मीटर के कटाव निरोधक कार्य एवं कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई, प्रमंडल के तहत 3 चेकडैम के निर्माण कार्य शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री द्वारा कार्यक्रम में कुल 133.29 लाख रुपये के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 23 लाभुकों के बीच नियुक्ति पत्र एवं परिसंपत्ति का वितरण किया गया ।
कार्यक्रम में मंत्री सहित ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में मंत्री संसदीय कार्य, ग्रामीण विकास विभाग आलमगीर आलम, मंत्री श्रम रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग सत्यानंद भोक्ता, लोकसभा सांसद विजय हांसदा, बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम, राजमहल विधायक अनंत ओझा, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती मोनिका किस्कू, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, संथाल परगना के डीआईजी सुदर्शन कुमार मंडल, साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव और पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।