नई दिल्ली। नासा ने मंगलवार की सुबह 4.45 मिनट पर एक बड़ा कीर्तिमान रचा है। स्पेस एजेंसी ने पृथ्वी को एस्टराइड से बचाने का सफलतापूर्ण टेस्ट किया है। इसके तहत उसने अपने डार्ट मिशन को अंजाम दिया।
यह पहली दफा हुआ है कि किसी ग्रह रक्षा प्रणाली यानी डार्ट मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसका फायदा अब भविष्य में पृथ्वी की ओर बढ़ रहे किसी भी एस्टोराइड को खत्म करने में लिया जा सकेगा।
डार्ट डिमोर्फोस नामक एक ऐस्टराइड से टकराया, जिसकी चौड़ाई 160 मीटर है। डार्ट का कैमरा ऐस्टरॉइड के साथ टक्कर तक प्रति सेकेंड एक तस्वीर धरती पर भेज रहा था। अंतिम तस्वीर ऐस्टोराइड के पूरे क्लोजअप की मिली। टकराने के बाद स्पेसक्राफ्ट और उस पर लगा कैमरा दोनों नष्ट हो गए।
शुरुआत अनुमान है कि यह टक्कर डिमोर्फोस के केंद्र से करीब 17 मीटर दूर हुई है। डिमोर्फोस धरती के लिए कोई खतरा नहीं था, लेकिन इस मिशन की सफलता हमारा भविष्य सुरक्षित बना सकती है।
यहां बता दें कि अंतरिक्ष यान सुबह 4.45 मिनट पर डिमोर्फोस नामक एक छोटे एस्टराइड से टकराया। डार्ट स्पेसक्राफ्ट से टकराने वाले एस्टराइड की लंबाई 169 मीटर की थी। इसको लाइव दिखा रहे लाइवस्ट्रीम ने DART के अपने कैमरे द्वारा क्यूब के आकार की तस्वीरों को दिखाया।
डार्ट मिशन को यह निर्धारित करने के लिए तैयार किया गया था कि क्या एक अंतरिक्ष यान तीव्र गति बल के माध्यम से एस्टोरायड की दिशा को बदलने में सक्षम है और क्या इससे भविष्य में हमारे ग्रह को नुकसान से बचाया जा सकता है।
बता दें कि हमारी धरती को गलोबल वार्मिंग से भी ज्यादा खतरा एस्टारोयड से है और इस मिशन को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।