राजधानी पटना में सनकी पिता ने सो रही बेटी और पत्नी को जिंदा जलाया, वजह हैरान कर देने वाली

बिहार देश
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पटना। हैरान कर देने वाली खबर राजधानी पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के दो पुलवा से आयी है। जहां एक पिता ने कमरे में सो रही बेटी और पत्नी पर पेट्रोल डाल जिंदा जला दिया।

वजह बस इतनी थी कि घर वालों ने नशे के लिए पैसा देने से इंकार कर दिया था। इस घटना में 21 वर्षीया सोनम कुमारी की मौत मौके पर ही, जबकि 40 वर्षीया रूनी देवी की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गयी है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी। इस हादसे में 19 वर्षीय छोटी बेटी पूनम आंशिक रूप से झुलस गयी है।

मामले की सूचना मिलते ही मौके पर जक्कनपुर थाने की पुलिस पहुंची और घर वालों से पूछताछ की। थानाध्यक्ष सुदामा सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

परिजनों के अनुसार पिता 55 वर्षीय रामनाथ प्रसाद ने ही मां-बेटी को जिंदा जला दिया है। फरार पिता की तलाश की जा रही है। मृतका सोनम कुमारी एक भाई दो बहन में बड़ी थी।

राैशन मूल रूप से धनरूआ के पभेड़ी माेड़, डुमरा का रहने वाला है। इकलाैता बेटा राैशन एक अखबार में काम करता है। राैशन ने बताया कि आठ माह पहले पिता ने मां पर चाकू से हमला किया था। हम लाेगाें काे मारने के लिए खाना में जहर मिला दिया था। मां पर चाकू से हमला करने पर थाने में केस दर्ज किया गया, जिसमें पापा जेल भी गये थे।

घायल छोटी बेटी पूनम कुमारी ने बताया कि रोज की तरह रात में सब खाना खाने के बाद सोने चले गये थे। एक कमरे में ही मैं, दीदी और मां साथ सोते थे। रात को गर्मी के कारण वह जमीन पर सो गयी। भाई रौशन कुमार तीन बजे काम पर निकल गया था। पौने चार बजे नींद खुली और मैं बाथरूम चली गयी।

वापस आयी, तो देखा कि बाहर खिड़की से पापा माचिस जला कर फेंके और भाग गये। जब तक मैं कुछ समझ पाती‌। दीदी और मां का पूरा शरीर आग की चपेट में आ गया। मैंने बचाने की कोशिश की, तो मेरे हाथ और बाल भी झुलस गये। मैं मदद के लिए चिल्लायी, तो मकान में रह रहे और भी लोग आये।

सभी लोग मिलकर बाल्टी से पानी ला दोनों पर फेंकने लगे। आग बुझी, तो पता चला कि दीदी की मौत हो गयी थी। मां की सांसें चल रही थीं, तो जल्दी से उन्हें पीएमसीएच लेकर आये, लेकिन इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गयी।

दरअसल सनकी बाप अपने बेटे के काम पर जाने का इंतजार कर रहा था। बेटे के जाते ही नशेड़ी और सनकी रामनाथ ने रुणी और साेनम पर स्प्रे छिड़क दिया। उसके बाद करीब तीन-चार लीटर पेट्राेल छिड़का और घर से बाहर निकल गया। फिर खिड़की से माचिस की तीली जला कर फेंक दिया। इस आग में पूनम का मोबाइल भी जल गया।

मकान में रह रहे अन्य लोगों ने बेटे रौशन को सूचना दी। इसके बाद बेटा गर्दनीबाग से एंबुलेंस लेकर पहुंचा। वहीं पुलिस को सूचना देने के करीब 40 मिनट बाद दमकल की गाड़ी पहुंची। पूनम के फर्द बयान पर रामनाथ के खिलाफ जक्कनपुर थाने में केस दर्ज किया गया।

राैशन ने बताया कि मां काे छाेटी-छाेटी बात के लिए पिता मारते थे। कभी खाना का बहाना बनाकर, ताे कभी कुछ और बहाना बनाकर। जब हम तीनाें भाई-बहन छाेटे-छाेटे थे, तब हम लाेगाें के साथ मारपीट करते थे।

पिता चालक हैं। वे जहानाबाद के एक जज की गाड़ी चलाते हैं। सप्ताह में एक दिन गाड़ी चलाने जाते हैं। मां ने दूसरे के यहां काम कर हम लाेगाें की परवरिश की है। बड़े हाेने पर मैं और बड़ी बहन काम करने लगे। छाेटी बहन भी काम करती है। पिता हमेशा गांजा व अन्य तरह के मादक पदार्थ के लिए मां से पैसा मांगते थे। रकम नहीं देने पर मारपीट किया करते थे।

छोटी बहन ने बताया कि दीदी की शादी की तैयारी चल रही थी। नवंबर में दीदी की शादी होने वाली थी। तारीख तय नहीं थी, लेकिन लगभग नवंबर में ही शादी की बात चल रही थी। उसने बताया कि इसी साल 21 जनवरी को समस्तीपुर निवासी एक लड़के से दीदी की सगाई हुई थी।