- बरसात में बच्चों का स्कूल कॉलेज जाना हो जाता है मुश्किल
आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। इस गांव की अजीत दस्तां है। शहर से इसकी दूरी महज 2 किलोमीटर है। हालांकि आने के लिए लोगों को करीब 8 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। बरसात में बच्चों का स्कूल-कॉलेज जाना भी मुश्किल हो जाता है।
लोहरदगा नगरपालिका से सटा है टोडार सरना टोली। ये गांव लोहरदगा बीएस कॉलेज और स्टेडियम के ठीक पीछे है। इस गांव में जाने के लिए मुख्य मार्ग नही है। कॉलेज स्टेडियम से सटे इस गांव के लोगों को शहर की दूरी महज 2 किलोमीटर है। हालांकि सड़क नहीं होने के कारण लोगो 7 से 8 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।
गांव की वार्ड पार्षद शर्मिला एक्का ने ग्रामीणों से मिलकर जिला प्रशासन से मांग सड़क की व्यवस्था जल्द से जल्द कराने की मांग की। यह क्षेत्र लोहरदगा शहर से सटा है, लेकिन सड़क नही होने के कारण बरसात में स्कूली बच्चो को भारी कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है। पैदल भी चलना मुश्किल हो जाता है।
बताया जाता है कि सड़क के लिए पूर्व में ढोंढा के ऊपर पुल बनाया गया है। इसके आगे सड़क के लिए जमीन नहीं है। लोग पगडंडी में चल रहे है। फिलहाल जब तक जमीन खाली है, तब तक ग्रामीण सड़क के रूप में उपयोग कर रहे है। आगे सड़क के लिये जमीन उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो सकी है।
मामले को लेकर पिछले 8 से 10 वर्षों में कई बार विधायक, सांसद, उपायुक्त सभी से गुहार लगाया जा चुका है। बावजूद अब तक किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया है।
मौके पर वार्ड पार्षद सुशीला एक्का, संगीता केरकेट्टा, मुनि देवी, सातो उरांव, बसंती देवी, राजीव कुमार भगत, अंशु अनुराग अंकित उरांव अकलदीप उरांव, ललिता उरांव, जोनित उरांव आदि मौजूद थे।