कृषि बिल के खिलाफ 13 जनवरी को निकाला जाएगा किसान मार्च

झारखंड
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लातेहार। कृषि बिल के खिलाफ सघर्ष तेज किया जाएगा। बिल के खिलाफ 13 जनवरी को पंचायत और प्रखंडों में किसान मार्च निकाला जाएगा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) जिला कमेटी की बैठक में यह निर्णय हुआ। जिले के पथ निर्माण विभाग के चंदवा विश्रामागार में रसीद मियां की अध्यक्षता में बैठक रविवार को हुई। मौके पर मौजूद पार्टी के राज्य सचिव गोपीकांत बक्‍शी ने कहा कि केंद्र की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार किसान विरोधी कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन में शामिल किसानों का दमन उत्पीड़न कर रही है। इसको लेकर संघर्ष तेज करने का आह्वान किया।

श्री बक्‍शी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक किसान विरोधी और कारपोरेट परस्त है। इन कानूनों को वापस कराने एवं बिजली संशोधन विधेयक 2020 रद्द कराने के लिए लाखों किसान इस ठंढ में आंदोलनरत हैं। यह विधेयक पूरे देशवासियों के खिलाफ है। इसका प्रभाव आम जनता पर भी पड़ेगा। इन कानूनों से खेती का निजीकरण होगा। जमीन रहने के बाद भी खेत की फसलों पर कंपनी का नियंत्रण रहेगा। किसानों की आत्महत्याएं की घटनाएं बढ़ेगी।

झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा, कोषाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर में लाखों किसान गोलबंद होकर सरकार के उत्पीड़न के बावजूद इस काला कानून की वापसी के लिए जनता के साथ जमे हुए हैं। इसलिए संयुक्त किसान संगठनों ने यह फैसला किया है कि आगामी 13 जनवरी को मकर संक्रांति और लोहरी के अवसर पर देश की पंचायत, प्रखंडों में संघर्ष को तेज करने के लिए संकल्प पत्र पढ़ा जाए। किसान मार्च निकाला जाए।

किसान आंदोलन को और भी ज्यादा तेज करने के लिए देश की राजधानियों के साथ-साथ झारखंड के राजभवन के समक्ष 23 से 25 जनवरी तक किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले किसान, मजदूर, खेत मजदूर एवं आदिवासी रैयतों का पड़ाव आयोजित किया गया है। इसके पहले जनवरी के दूसरे सप्ताह से 20 जनवरी तक गांव पंचायतों में जत्था निकालकर इन तीनों किसान विरोधी कानूनों की जानकारी किसानों को दी जाएगी। गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को प्रखंड, जिला मुख्यालय में तिरंगा झंडा एवं किसान संगठनों के झंडे के साथ मार्च आयोजित किया जाएगा।

बैठक में झारखंड राज्य किसान सभा लातेहार जिला अध्यक्ष अयूब खान, माकपा जिला सचिव सुरेंद्र सिंह, अंचल सचिव रशीद मियां, ललन राम, बैजनाथ ठाकुर साजिद खान, संनीफ मियां, साकिर खान, ननकू मियां, रमजान साईं चिश्ती समेत कई लोग शामिल थे।