पटना। बिहार के मुख्यमंत्री पद की आज बुधवार को शपथ लेने वाले नीतीश कुमार 24 अगस्त को विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। इसके लिए विधानसभा का एक दिनी विशेष सत्र बुलाया जाएगा।
नीतीश कुमार ने आज आठवीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ले ली है। वहीं तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। मौके पर राबड़ी देवी और जीतन राम मांझी समेत बिहार के कई बड़े नेता मौजूद थे।
यहां बता दें कि बीजेपी से अलग होकर नेता नीतीश कुमार ने सात दलों के ‘महागठबंधन’ के साथ जाने का फैसला किया, जिसमें तेजस्वी यादव की आरजेडी और अन्य विपक्षी पार्टियां हैं।
नीतीश ने कल बीजेपी के साथ रिश्ते तोड़ने का एलान किया था और बाद में राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया था। बाद में उन्होंने मंगलवार को ही राज्यपाल से भेंट करके आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
नीतीश की पार्टी जेडीयू के पास अपने 45 विधायक हैं और एक निर्दलीय विधायक का उसे समर्थन प्राप्त है, जबकि राजद के पास 79 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 19, जबकि भाकपा-माले के 12 विधायक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो-दो विधायकों ने भी उन्हें समर्थन के पत्र दिए हैं। हिंदुस्तानी अवाम मोर्च के चार विधायक भी कुमार के साथ हैं।
नीतीश कुमार ने कल जेडीयू विधायकों के साथ बैठक में आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह लगातार जेडीयू को विभाजित करने के लिए काम कर रहे हैं। नीतीश ने अपनी पार्टी के पूर्व नेता आरसीपी सिंह पर अमित शाह के मोहरे के रूप में काम करने का आरोप भी लगाया था।