मुंबई। टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआई) युवाओं को हरित ऊर्जा क्षेत्र में नौकरी प्रदान करने के लिए अपनी कौशल प्रशिक्षण का विस्तार कर रहा है। विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में टीपीएसडीआई अपने छह प्रशिक्षण केंद्रों में स्मार्ट और कुशल ऊर्जा संबंधी विशेषज्ञताओं को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग, रूफटॉप सोलर फोटोवोल्टिक का इंस्टालेशन और रखरखाव, स्मार्ट मीटर बिठाना और होम ऑटोमेशन के लिए सौर फोटोवोल्टिक में कौशल विकास पाठ्यक्रम चला रहा है।
मुंबई में शहड, ट्रॉम्बे और विद्याविहार (मैथन, धनबाद), मुंद्रा (कच्छ) और जोजोबेरा (जमशेदपुर) में यह प्रशिक्षण केंद्र चलाए जाते हैं। टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने वित्त वर्ष 23 में लगभग 3000 युवाओं को हरित ऊर्जा की नौकरियों के लिए प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। वर्ष, 2025 तक यह संख्या 5000 तक बढ़ायी जाएगी।
टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने पारंपरिक और नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी दोनों में अपने सभी पाठ्यक्रमों में अब तक 1.4 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया है। पिछले वित्तीय वर्ष में संस्थान ने 45,000 से अधिक को प्रशिक्षित किया, जिनमें से लगभग 2,500 को हरित नौकरियों से संबंधित कौशल में प्रमाणित किया गया।
टाटा पावर के प्रवक्ता ने बताया, ‘अपने स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने और 2030 तक 500 गीगावाट क्षमता का अक्षय ऊर्जा पोर्टफोलियो बनाने की दिशा में भारत महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। भारतीय ऊर्जा उद्योग में बड़ा हरित परिवर्तन होगा। टाटा पावर स्वच्छ ऊर्जा और तकनीक के एक पायनियर होने के नाते, अपने टीपीएसडीआई के जरिए इस परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए टाटा पावर का टीपीएसडीआई ऐसी इकोसिस्टम को सक्षम बना रहा है, जिसमें युवाओं को रूफ टॉप सोलर, ईवी चार्जिंग, होम ऑटोमेशन, बैटरी स्टोरेज और स्मार्ट मीटरिंग जैसी हरित और स्मार्ट ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।‘
आगे चलकर टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और एनर्जी कंसल्टिंग में पाठ्यक्रम शुरू करने की भी योजना बना रहा है।