आठवीं बोर्ड परीक्षा : पाठ्यक्रम के बाहर से पूछे गए उर्दू के सवाल

झारखंड शिक्षा
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  • झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ ने जैक पर साजिश का लगाया आरोप, करेगा शिकायत

रांची। जैक द्वारा आयोजित आठवीं बोर्ड टर्म-2 की परीक्षा में रविवार को उर्दू विषय की परीक्षा ली गई। इसमें 6 प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर के पूछे गये थे। झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ ने जैक पर साजिक करने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत भी करेगा।

झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने बताया कि प्रश्न संख्या 1, 2 और 4 पुस्तक से बाहर का और प्रश्न संख्या 3 व 5 सामान्य ज्ञान का एवं प्रश्न संख्या 6 की कविता पाठ्य पुस्तक  के बाहर का पूछा गया है।

प्रश्न संख्या एक में कोलकाता में अंग्रेजों के बनाई हुए इमारतों, प्रश्न संख्या 2 में डॉ अब्दुल कलाम कब और कहां पैदा हुए किताब में है ही नहीं। जब पाठ है ही नहीं, तब प्रश्न पूछने का कोई औचित्य नहीं है।

प्रश्न संख्या 3 में पूछा गया है कि नोबल पुरस्कार किस-किस क्षेत्र में दिये जाते है। यह सामान्य ज्ञान का प्रश्न है, उर्दू का नहीं।

प्रश्न संख्या 4 में बकरी और गाय के बीच होने वाले संवाद को लिखने को कहा गया है, जबकि पाठ्य पुस्तक में ऐसा कोई पाठ है ही नहीं। इसमें गाय और बकरी के बीच वार्ता हुई हो। प्रश्न संख्या 5 में पूछा गया है कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के बारे में कवि की क्या राय थी। ऐसी कोई कविता पाठ्य पुस्तक में है ही नहीं, जिसमें राष्ट्रीय झंडा का वर्णन कवि कर रहा हो।

इसी तरह प्रश्न संख्या 7 में उठो नामक कविता का सारांश लिखने को कहा गया है, जबकि वर्ग 8 की पाठ्यपुस्तक में उठो शीर्षक की कोई कविता है ही नहीं।

अमीन अहमद ने कहा कि ये घोर लापरवाही है। ये बच्चों के साथ एक हास्यस्पद मजाक है। परीक्षा में आज शामिल हुए परीक्षार्थी भी काफी परेशान नजर आये, जिसकी शिकायत शिक्षा मंत्री जैक के सचिव, शिक्षा सचिव, एव्ं झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद से की जाएगी।

शहजाद अनवर ने कहा कि उर्दू पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ जैक साजिश रह रहा है। पहले ही उर्दू को अतिरिक्त विषय की श्रेणी में रख दिया गया है, जबकि यह मुख्य विषय है। इसमें सुधार करने के लिए लिखित आवेदन दिया गया था, लेकिन जैक ने आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की। उर्दू भाषा के परीक्षा में सामान्य ज्ञान का प्रश्न पूछना कैसे सही हो सकता है?