नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा आदिवासियों से जुड़ी अपनी एक टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। उनके हालिया साक्षात्कार की एक क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। इसमें आप नेता ने कहते दिख रहे हैं कि कि सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त नहीं किया जा सकता है, लेकिन उनका तबादला किया जा सकता है।
चड्ढा ने कहा, ‘जो अच्छा काम नहीं कर रहे हैं उन्हें ‘दंड’ के रूप में आदिवासी मामलों जैसे विभागों में स्थानांतरित किया जा सकता है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपकी कौन सुनेगा?’ वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि इसके बाद इंटरव्यू लेने वाला भी ठहाके लगाने लगा। हालांकि बाद में उसने कहा कि यह थोड़ा राजनीतिक रूप से गलत बयान है। बकौल चड्ढा, मुझे पता है कि यह गलत है, लेकिन मैं आपको समझाने की कोशिश कर रहा हूं। उन्हें बागवानी या पशुपालन विभाग में भेजें। मैं आपको एक उदाहरण दे रहा हूं। कृपया इसे सही भावना से लें।
*क्या कह रहे लोग*
● भारतीय युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश ने ट्वीट किया, ‘राघव चड्ढा के अनुसार आदिवासी मामले बागवानी और पशुपालन के बराबर हैं? आप छोटे फासीवादियों और नस्लवादियों से भरी है। यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है’।
● आप के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने लिखा कि उन्हें शर्म आती है कि उन्होंने राघव चड्ढा जैसे युवा नेता में उम्मीदें देखीं।