
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ललितपुर में थाने के सरकारी क्वार्टर में दुष्कर्म के मामले में थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। समस्त थानाकर्मी लाइन हाजिर कर दिये गये हैं। इस मामले में जांच की जिम्मेवारी झांडी के डीआईजी को दी गई है। अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक ललितपुर के पाली क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग से थानाध्यक्ष द्वारा थाने के सरकारी क्वार्टर में बलात्कार करने का आरोप लगाया है। ललितपुर के एसपी निखिल पाठक से एक नाबालिग ने थानाध्यक्ष द्वारा दुष्कर्म करने की बात कही। उसने बताया कि उसे चार नामजद आरोपी फुसलाकर ले गये थे। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। थाने पहुंचने पर थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज ने भी उससे दुष्कर्म किया।
कानपुर जोन के एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि ललितपुर जनपद में दुष्कर्म की घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल रूप से एफआईआर दर्ज किया गया है। हमें मिले तथ्यों के आधार पर विवेचना कर 4 नामजद लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी नामजद लोगों की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है।
मामले में थाना प्रभारी की संलिप्तता को देखते हुए उनको सस्पेंड कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो रही है। समस्त थाना पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जिससे जांच प्रभावित नहीं हो सके।
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि तत्काल थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध तथा अन्य नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध थाना पाली में अभियोग पंजीकृत किया गया है। डीआईजी, झांसी को यह जांच दी गई है कि किन परिस्थितियों में ये आरोप थाना के स्टाफ पर लगे हैं। वहां के जो भी सुपरवाइजरी अफसर हैं, पर्यवेक्षण करने वाले अधिकारी हैं एसपी सहित, उनकी क्या गलतियां हैं।