आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। जिले के विभिन्न इलाकों में पुराने तालाब भरे जा रहे हैं। इसकी शिकायत लोगों ने उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण से की है। इस मामले में उपायुक्त ने कहा कि मामले पर उचित कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन जल संरक्षण की दिशा में आवश्यक कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि तालाबों को भरे जाने से संबंधित शिकायत की जांच की जिम्मेदारी एसडीओ अरविंद कुमार लाल को दी गई है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बतातें चलें कि आपके अपने न्यूज वेब पोर्टल ‘दैनिक भारत 24’ ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। पोर्टल ने 20 अप्रैल को ‘अदालत के निर्देश को दरकिनार कर भरे जा रहे तालाब’ शीर्षक से विस्तार से खबर छापी थी। इसमें बताया था कि भूमाफिया और जमीन मालिक की मिलीभगत से तालाबों का अस्तित्व मिटाया जा रहा है।
लोहरदगा के लोगों ने भी उपायुक्त से इस संबंध में शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि शहर के विभिन्न जलाशयों और स्थानीय सूखे तालाबों को पुर्नजीवित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। वर्तमान में शहरी क्षेत्र के पुराने तालाबों की स्थिति दयनीय है। कूड़ा कचरा फेंककर और मिट्टी डालकर शहर के कई नामचीन तालाबों का आकार साजिश के तहत छोटा कर दिया जा रहा है। कुछ तालाबों को रैयतो से मिलकर भू माफिया पैसे के लालच में भरकर उसका अस्तित्व ही खत्म कर रहे हैं। शहर के मुख्यपथ के कृषि मार्केट ठीक सामने एक वर्षों पुराना तालाब है, जिसका अस्तित्व अब खत्म कर दिया जा रहा है। इस तालाब को वर्तमान के रैयत और भू माफिया मिलकर भर दे रहे हैं। इसे संरक्षित करने की जरूरत है।
ईस्ट गोला रोड स्थित बूच्चा तालाब में आए दिन कचरा फेंककर उसका अस्तित्व खत्म करने की साजिश हो रही है। इस कार्य में नगर परिषद भी परोक्ष रूप से मदद कर रहा है। शहर के बड़ा तालाब के क्षेत्रफल में भी कमी आई है। बौली बगीचा तालाब का जीर्णोद्धार करने की जरूरत है। तालाबों के भरे जाने से आसपास का जलस्तर नीचे चला जा रहा है, जिससे भविष्य में गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा।