शर्मनाक : रोप-वे हादसा में 22 लोगों की जान बचाने वाले पन्‍नालाल के घर नहीं है शौचालय

झारखंड
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रांची। झारखंड से शर्मशार करने वाली खबर आ रही है। देवघर जिले के त्रिकूट रोप वे हादसे में 22 लोगों की जान बचाने वाले पन्‍नालाल के घर शौचालय तक नहीं है। उसकी इस कार्य के लिए पिछले दिनों मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्‍हें सम्‍मानित भी किया था।

सरकारी योजनाओं से होंगे आच्छादित

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद त्रिकूट रोप वे हादसा में लोगों को जान बचाने वाले देवघर स्थित बलडीहा निवासी पन्नालाल के घर शौचालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई। मुख्यमंत्री को सूचित करते हुए उपायुक्त देवघर बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारी को जांच करते हुए पन्नालाल को आवश्यक सभी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया गया है।

यह है मामला

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि देवघर रोपवे हादसे में 22 लोगों की जान बचाने वाले पन्नालाल के घर में शौचालय तक नहीं है। उनका परिवार खुले में शौच के लिए विवश है। वे सरकार की अधिकतर योजनाओं से वंचित हैं। उक्त मामले की जानकारी के उपरांत मुख्यमंत्री ने उपायुक्त देवघर को मामले की जांच कर पन्नालाल को जरूरी सभी सरकारी योजनाओं से जोड़ते हुए सूचित करने का आदेश दिया था।

एक लाख का इनाम

मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए त्रिकूट पहाड़ हादसे में लोगों की जान बचाने में सराहनीय भूमिका निभाने वाले देवघर स्थित बलडीहा निवासी पन्नालाल से 13 अप्रैल को बातचीत की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संकट के समय लोगों की जान बचाने के लिए पन्नालाल को उपायुक्त देवघर ने एक लाख रुपए का चेक सौंपा था। इस मौके मुख्यमंत्री के आग्रह पर पन्नालाल ने अपने द्वारा किए गए बचाव कार्य की विस्तार से जानकारी दी थी।