- भारतीय वैज्ञानिकों के राष्ट्र निर्माण में योगदान को समर्पित संगोष्ठी
रांची। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों पर देश को गर्व है। भारत ने अपने ज्ञान-विज्ञान से दुनिया को जीना सिखाया है। भारत के महान वैज्ञानिकों के ग्रंथों पर शोध होनी चाहिए। हमारे जीवन के हर क्षेत्र में वैज्ञानिक उपस्थिति दर्ज है। भारतीय वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से ही भारत विश्व गुरु बन पाया है। उन्होंने सुश्रुत संहिता को बहुमूल्य वैज्ञानिक कृति बताया। वे 6 अप्रैल को भारतीय वैज्ञानिकों के राष्ट्र निर्माण में योगदान पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इसका आयोजन रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं विज्ञान भारती, झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव पर आर्यभट्ट सभागार में किया गया।
स्वागत करते हुए रांची विवि की कुलपति प्रो कामिनी कुमार ने कहा कि परंपरा के ज्ञान से वास्तविक आधुनिकता प्राप्त होती है। संस्कृत पांडुलिपियों का संरक्षण आवश्यक है। सुश्रुत, चरक, आर्यभट्ट, वराह मिहिर, कणाद आदि विद्वानों के ज्ञान परंपरा से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने की आवश्यकता है।
विज्ञान भारती, झारखंड के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने कहा कि वेद एवं पुराण के अध्ययन से विज्ञान सही दिशा प्राप्त करता है। उन्होंने विज्ञान भारती के कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता बीआईटी मेसरा के कुलपति प्रो इंद्रनील मन्ना ने कहा कि विज्ञान सत्य पर आधारित होता है। सत्य की खोज ही विज्ञान है। भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है। विज्ञान का लक्ष्य समाज को लाभ पहुंचाना होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ कमल कुमार बोस और धन्यवाद विज्ञान भारती के संगठन मंत्री उपेंद्र कुमार ने किया। इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष कुमार झा, मानविकी संकाय के अध्यक्ष डॉ जीएस झा, एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार, प्राचार्य डॉ मनोज कुमार, डॉ बीपी वर्मा, डॉ जेपी सिंह, डॉ जी कीरो, एनएसएस के विभिन्न महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी एवं एनएसएस स्वयंसेवक उपस्थित थे।
मौके पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय स्तर पर निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले एनएसएस स्वयंसेवकों को सम्मानित किया।
निबंध प्रतियोगिता (स्नातक स्तरीय)
प्रथम – नैंसी प्रकाश, संत ज़ेवियर कॉलेज, रांची
द्वितीय – रश्मि कुमारी, रांची महिला महाविद्यालय, रांची
तृतीय – रौशन कुमार, डोरंडा महाविद्यालय, रांची
निबंध प्रतियोगिता (स्नातकोत्तर स्तरीय )
प्रथम – श्वेता पांडेय, मनोविज्ञान विभाग, रांची विवि
द्वितीय- अविनाश कुमार, भूगोल विभाग, रांची विवि
तृतीय – प्रभात मुंडा, मानव शास्त्र विभाग, रांची विवि