चतरा। चतरा के लावालौंग में अंधविश्वास की पराकाष्ठा देखने को मिली। यहां एक मौलाना ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। नाबालिग लड़की को उस मौलाना ने चार दिनों तक अगरबत्ती से दागा। प्रखंड की कोलकोले पंचायत के संभे गांव की 14 वर्षीय बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर परिजन लावालौंग के एक मौलाना मो. वाहिद के पास लेकर गए। उन्हें लगा कि बच्ची पर भूत-प्रेत का साया है।
शुक्रवार से ही वाहिद ने झाड़-फूंक करना शुरू कर दिया। लड़की के पिता ने बताया कि वाहिद चार दिनों तक बेटी को अपने घर पर ही रखकर यातना देता रहा। भूत उतारने के लिए उसने लड़की के चेहरे, दोनों हाथों सहित शरीर के सैकड़ों जगहों पर अगरबत्ती से दागा। उसे चार दिनों तक बेरहमी से पीटा भी। बच्ची इतनी यातना झेलने के बाद अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। किसी से बात नहीं कर रही है।
उसके बाद कुछ लोगों की पहल पर इलाज के लिए सदर अस्पताल चतरा ले जाया गया। वहां से उसे रांची के लिए रेफर कर दिया गया। इधर मौलाना वाहिद ने कहा कि परिजनों ने कहा था कि उस पर प्रेतबाधा है और सजा से ही वह भागेगी। हालांकि लड़की के पिता इन सब बातों से इनकार करते हैं और मौलाना को पाखंडी बत रहे। ग्रामीणों ने मौलवी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि समाज में ऐसे पाखंडी फिर नहीं पनप पाएं।