उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में मंगलवार को महाशिवरात्रि के पर्व पर कुछ शिव भक्तों को व्रत रखना उस समय भारी पड़ गया, जब शाम के समय शिव भक्तों ने अपने-अपने घरो में व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे का प्रयोग किया। बस फिर क्या था, कुछ ही घंटों के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
शिव भक्तों ने उल्टी, सिर चकराना, बीपी लो या हाई हो जाने की शिकायत की, जिसके बाद तकरीबन दो दर्जन से भी अधिक मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, मुजफ्फरनगर के अस्पताल में जहां कुछ मरीजों का इलाज चल रहा है तो कुछ को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब भी 17 लोगों की खराब हालत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है।
दरअसल, पीड़ित लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि शिवरात्रि के व्रत के चलते आसपास की दुकानों से कुट्टू का आटा लेकर खाने में उसका प्रयोग किया गया था। मरीजों का दावा है कि कुट्टू के आटे का प्रसाद खाने की वजह से ही उनकी यह हालत हुई है। मरीजों का कहना है कि खाना खाने के कुछ घंटो बाद ही कुट्टू का आटा खाने वालों की हालत बिगड़ने लगी। हालत इतनी बिगड़ गई कि किसी घर के 9 सदस्य तो किसी के 7 सदस्य बीमार हो गए।
बताया जा रहा है कि इन सबने इस आटे का सेवन किया था। फिलहाल, खाद्य विभाग के द्वारा भी अब इस मामले की जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि बाजार में आखिर यह विषैला आटा कहां से सप्लाई किया गया और कौन से ऐसे व्यापारी हैं जो तो पैसों के मुनाफ़े के लिए आम लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं।