छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद असिस्टेंट कमांडेंट को राज्यपाल और सीएम ने दी श्रद्धांजलि

झारखंड
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रांची। झारखंड के लाल शांति भूषण तिर्की का पार्थिव शरीर आज छत्तीसगढ़ से रांची पहुंचा। राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के धुर्वा स्थित सीआरपीएफ 133 बटालियन के रांची मुख्यालय में वीर शहीद शांति भूषण तिर्की के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़ में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की शहीद हो गए थे। सिमडेगा के बोलबा प्रखंड स्थित कसीरा गोबरीगढ़ा में शांति भूषण तिर्की का पुस्तैनी घर है। यहीं भूषण तिर्की का जन्म हुआ था। शहीद के पिता स्टीफन तिर्की भी बीएसएफ में थे। माता का नाम स्व. ग्रेस बारला था। मां तीन वर्ष पूर्व गुजर चुकी हैं।

शहीद शांति भूषण तिर्की का बड़ा पुत्र अनिकेत तिर्की है। वह पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। छोटी बेटी ऐनी अनिसा तिर्की दो वर्ष की है। शहीद का पूरा परिवार रांची के डिबडीह में रहता है। कसीरा से ही शांति भूषण तिर्की ने शिक्षा ग्रहण की थी। शहीद के बड़े बाबा का नाम जेम्स तिर्की है। वे कसीरा गोबरीगढ़ा में खेती-किसानी करते हैं।

उनकी बहू कांति तिर्की ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी को वे रांची में अपने घर पर रख कर पढ़ाते हैं। शांति भूषण तिर्की काफी मिलनसार थे। वह उनके परिवार को भी सहायता करते थे। शांति भूषण तिर्की की पत्नी का नाम पुष्पा मंजुला मिंज है। वह जिले की बेहरीनबासा की रहने वाली है।

शांति भूषण तिर्की 12 फरवरी को सुबह 9.30 बजे नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। शहादत से गांव में शोक का माहौल है। घटना की सूचना के बाद शहीद के पैतृक घर पर गांव के लोग पहुंचे। वीर सपूत की शहादत पर गांव को गर्व है।