- वन विभाग के खिलाफ फूटा गुस्सा, किसान एकजुटता मंच के बैनर तले प्रदर्शन
लातेहार। डीएफओ रौशन कुमार के मुआयना कर जाते हाथी ने कहर बरपाया। झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड की चकला पंचायत के तिलैयादामर गांव में बीती रात हाथी के हमले से जिरवा देवी की मौत हो गई। इसके बाद वन विभाग के खिलाफ लोगों को गुस्सा फूट पड़ा। किसान एकजुटता मंच के बैनर तले झामुमो, कांग्रेस, माकपा और झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी चौंक पर प्रदर्शन किया। वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन का नेतृत्व झामुमो नेता सह किसान एकजुटता मंच के संयोजक दीपू कुमार सिन्हा, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष असगर खान, माकपा नेता अयुब खान, झाआकामो सचिव जितेंद्र कुमार सिंह, झामुमो प्रखंड सचिव मो इजहार ने किया। प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारी हाथी से लोगों की जान बचाया जाय, हाथी प्रभावितों को मुआवजा दो, हाथी से हुई मौत का जिम्मेदार कौन वन विभाग जवाब दो, प्रशिक्षित टीम द्वारा हाथी को तत्काल सुरक्षित स्थान में पहुंचाया जाय, वन विभाग मुर्दाबाद आदि नारे लगा रहे थे।

वक्ताओं ने कार्यक्रम के बाद महिला की मौत पर दुख प्रकट किया। नेताओं ने कहा कि जिरवा देवी के घर को हाथी तोड़फोड़ कर रहे थे। उसी वक्त जान बचाने के लिए वह दरवाजा खोलकर घर से निकली। इस क्रम में हाथी ने महिला को अपनी चपेट में लेकर मार डाला।
नेताओं ने कार्यलय में जाकर डीएफओ से मुलाकात कर कहा था कि इस इलाके से हाथी को भगाएं नहीं तो किसी दिन वह किसी की जान ले लेगा। करीब 20 दिनों से इस इलाके में हाथी आतंक मचाए हुए थे। जान माल की रक्षा के लिए हाथी को इलाके से भगाने की मांग वन विभाग से लगातार की जा रही थी। वन विभाग ने हाथी को इलाके से नहीं भगा पाया। आखिरकार हाथी ने एक महिला की जान ले ली। इस घटना से पूरे इलाके में भय व्याप्त है।
मौके पर झामुमो चंदवा प्रखंड उपाध्यक्ष मो सरफराज, शिवनाथ यादव, रोबिन उरांव, महबुब अंसारी, असगर अली, मो इसराफील, सामाजिक कार्यकर्ता इरशाद मुन्ना, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार उरांव, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष असगर खान, आंदोलन कारी मोर्चा सचिव जितेंद्र सिंह, माकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह, अंचल सचिव बैजनाथ ठाकुर, पचु गंझु, निरंजन ठाकुर, अक्षय कुमार, अख्तर अंसारी सहित दर्जनों लोग शामिल थे।