विशेषज्ञों ने नई शिक्षा नीति को बताया समय के अनुकूल

झारखंड शिक्षा
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  • नई शिक्षा नीति पर गुलाबचंद प्रसाद अग्रवाल कॉलेज में विचार गोष्ठी का आयोजन

अरविंद अग्रवाल

पलामू। जिले के छतरपुर स्थित गुलाबचंद प्रसाद अग्रवाल कॉलेज सड़मा में मंगलवार को नई शिक्षा नीति 2020 पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के संस्थापक सह सचिव सत्यदेव प्रसाद अग्रवाल, निदेशक डॉ राज कुमार उजाला, प्रभारी प्राचार्य जितेंद्र कुमार, समाज सुधारक राजमुनी एवं नवीन सहाय ने संयुक्त रूप से इसका शुभारंभ किया।

सचिव ने कहा कि नई शिक्षा नीति का स्वागत किया जाना चाहिए। 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखकर इस नीति को बनाया गया है। इससे गुणात्मक शिक्षा का विकास होगा। शोध को प्रोत्साहन मिलेगा।

निदेशक ने कहा कि परंपरा और आधुनिकता शिक्षा का समावेश इस नीति में देखने को मिल रहा है। पौराणिक भाषा संस्कृतिक को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि इस नीति को बनाने के लिए 1.25 लाख से ज्यादा लोगों, ग्राम पंचायत से लेकर प्रबुद्ध लोगों की सलाह और परामर्श लिया गया। इसके बाद इसरो के पूर्व वैज्ञानिक कस्तूरी रंजन की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गई।

प्रो अमित कुमार सिंह ने बताया कि विद्वानों ने समाज में जीने के लिए अनेक शिक्षा नीति बनाई है। अफसोस की बात यह है युवा अब तक अछूता रहा है। इसे अक्षरश: पालन करने की जरूरत है। प्रो अखिलेश कुमार सिंह, प्रो राजकिशोर लाल, प्रो अपराजिता प्रकाश, प्रो सूर्योदय कुमार,नवीन सहाय, राजमुनी ने भी शिक्षा नीति पर अपने विचार रखें।कार्यक्रम का संचालन प्रो राजमोहन प्रसाद ने किया। इस दौरान प्रो मुन्नी देवी, इंदु कुमारी, शम्भूनाथ अग्रवाल, योगेंद्र विश्वकर्मा, अरविंद, पंचम कुमार, राजेश रजक, सफल कुमार, आनंद यादव, शिव आदि उपस्थित थे।