नई दिल्ली। कांग्रस के पूर्व केद्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर पर फॉलोवर घट रहे हैं। इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। इसके सीईओ को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी। इसके बाद ट्विटर ने उनके पत्र का जवाब दिया। ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम के प्रति जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाता है।
जानकारी हो कि पिछले करीब सात महीने में राहुल गांधी के फॉलोअर्स की संख्या में करीब चार लाख बढ़ी थी। अगस्त, 2021 के बाद से उनके फॉलोअर्स की संख्या लगातार घट रही है। कम होते फॉलोवर्स को लेकर राहुल गांधी ने ट्विटर को पत्र लिखा। उन्होंने ट्विटर पर सरकार को दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दबाव में आकर ट्विटर उनके फॉलोवर्स की संख्या को सीमित कर रही है।
राहुल गांधी ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को चिट्ठी लिखकर मामले की जानकारी दी। पत्र में उन्होंने कहा कि ‘मैं आपका ध्यान उस ओर लाना चाहता हूं। जिसे लेकर मुझे लगता है कि वह भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष भाषण पर अंकुश लगाने में ट्विटर की अनजाने में मिलीभगत को दिखाता है. मुझे ट्विटर इंडिया के लोगों द्वारा सूचित किया गया है कि वे सरकार द्वारा मेरी आवाज को चुप कराने के लिए अत्यधिक दबाव में हैं।
पत्र के जवाब में ट्विटर ने लिखा कि हम चाहते हैं कि सभी विश्वास रखें कि फॉलोअर्स की संख्या सार्थक और सटीक है। ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम के प्रति जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाता है।
ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा कि ट्विटर प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम करने और हमारी नीतियों का उल्लंघन करने के चलते हम प्रत्येक सप्ताह लाखों खाते हटाते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप नवीनतम ट्विटर पारदर्शिता केंद्र अपडेट देख सकते हैं।
हम बड़े पैमाने पर स्पैम और दुर्भावनापूर्ण स्वचालन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। अच्छी सेवा उपलब्ध कराने और विश्वसनीय खातों का संचालन सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसलिए फॉलोअर्स की संख्या में उतार-चढ़ाव हो सकता है।