गिरिडीह। भाकपा माओवादियों ने बराकर नदी पर बनें पुल के एक हिस्से को विस्फोट कर उड़ाया दिया। घटना 22 जनवरी की देर रात झारखंड के गिरिडीह जिले में घटी। नक्सली माओवादी पोलित ब्यूरो प्रशांत बोस और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। इसके विरोध में नक्सली संगठन 21 जनवरी से प्रतिरोध दिवस मना रहा है। इससे पहले नक्सलियों ने दो मोबाइल टावर भी उड़ा दिया था।
जानकारी के मुताबिक शनिवार रात करीब ढाई बजे नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया। नक्सलियों का दस्ता मुफस्सिल थाना इलाके के बरागढहा गांव स्थित बराकर नदी पर पहुंचा। यहां बने पुल का एक हिस्सा विस्फोट कर उड़ा ब्लास्ट किया। घटना की जानकारी के बाद रविवार की सुबह पुलिस की टीम गांव की तरफ रवाना हो गई है।
जानकारी हो कि नक्सलियों ने 21 जनवरी की करीब रात 11 बजे गिरिडीह जिले के उग्रवाद प्रभावित पीरटांड़ थाना क्षेत्र के मधुबन और खुखरा थाना क्षेत्र के महुआटांड़ में धमाका कर दो मोबाइल टावर को ध्वस्त कर दिया था। माओवादी का आरोप है कि प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी को जेल में यातना दी जा रही है। विस्फोट करने के बाद नक्सलियों ने वहां पर्चा भी छोड़ा था।
जानकारी हो कि नक्सली 21 जनवरी से झारखंड बिहार में छह दिवसीय प्रतिरोध दिवस मना रहे हैं। उसने 27 जनवरी को झारखंड-बिहार बंद करने की घोषणा रखी है। नक्सलियों के तेवर को देखते हुए आने वाले दिनों में भी इस तरह की अन्य घटना को अंजाम देने की आशंका जताई जा रही है।