रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बीएयू को पूर्वी भारत का अग्रणी विश्वविद्यालय बनाने के लिए सभी शिक्षक और कर्मियों से एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अनुशासन, समयबद्धता और समर्पित प्रयास से हर अपेक्षित परिणाम मिलना निश्चित है।
वे शनिवार को विश्वविद्यालय में नव वर्ष के स्वागत के लिए आयोजित समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष, 2021 बीएयू के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियों से भरा रहा। राज्य के लिए महत्वपूर्ण, अधिक उत्पादन क्षमता वाले, कम पानी की आवश्यकता वाले और रोगों-कीड़ों प्रति सहिष्णु/ प्रतिरोधी विभिन्न फसलों के 11 उन्नत प्रभेद जारी किए गए। कई प्रोमिसिंग लाइंस की पहचान की गई।
कुलपति ने कहा कि आईसीएआर द्वारा पशुओं के फुट एंड माउथ डिजीज से संबंधित एक अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना बीएयू को स्वीकृत की गयी है। विश्वविद्यालय के आकस्मिक श्रमिकों के लिए कल्याण कोष स्थापित किया गया है। इसमें कोई भी कर्मी स्वैच्छिक अंशदान कर सकता है।
कुलपति ने कहा कि वह भी प्रति माह कृषि संकाय में 2 क्लास लेना चाहेंगे।
अनुसंधान निदेशक डॉ ए वदूद ने कहा कि प्रोफेशनल टैलेंट के अलावा अपनी अन्य प्रतिभाओं को जरूर निखारना चाहिए, ताकि आंतरिक खुशी बढ़ती रहे। उन्होंने शिक्षकेतर कर्मियों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने का सुझाव दिया।
पशु भेषज एवं विष विज्ञान विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ विशाखा सिंह ने स्वरचित गीत ‘गरज बरस प्यासी धरती पर फिर पानी दे मौला’ सस्वर पेश किया। डॉ पीके सिंह, डॉ यूएस वर्मा, डॉ नीरज कुमार और सुभाष कुमार मित्रा ने भी अपने विचार रखे।
निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव ने स्वागत और निदेशक प्रशासन ज्ञान सिंह डोराइबुरू ने धन्यवाद किया। संचालन शशि सिंह ने किया।
इस अवसर पर बिरसा किसान मार्गदर्शिका, 2022 का लोकार्पण किया गया। फसल उत्पादन, पशुपालन, कृषि यंत्रीकरण एवं वानिकी तकनीकों से युक्त यह प्रकाशन किसानों और प्रसार कर्मियों के लिए तकनीकी निर्देशिका का काम करेगी।
कुलपति ने 31 दिसंबर को अवकाश ग्रहण करने वाले कर्मियों- विषय वस्तु विशेषज्ञ सह उप निदेशक सूचना डॉ वलेरिया लकड़ा, कुलसचिव कार्यालय के सहायक सुभाष कुमार मित्रा, पत्राचार लिपिक शिवकुमार नारायण, कृषि संकाय की प्रयोगशाला सेवक सुनीता हाइब्रू और चौकीदार जगदेव राम को भविष्य निधि राशि का चेक प्रदान किया।