वर्षों से क्षतिग्रस्‍त था स्‍लैब, इस कदम के बाद जागा अस्‍पताल प्रबंधन

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। यह तस्वीर कहीं और की नहीं, लोहरदगा सदर अस्पताल की है। यहां लोग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं। हालांकि सावधानी हटते ही दुर्घटना घट जाती है। चूक होने पर नई बीमारी जकड़ लेती है।

जी हां, यहां बात सदर अस्पताल के प्रवेश द्वार की हो रही है। लाखों खर्च कर इसका आकर्षक प्रवेश द्वार बनाया गया है। लोग यहीं से होकर अस्‍पताल में खुद को दिखाने या यहां भर्ती अपनों से मिलने पहुंचते हैं। कई बार कार, बाइक, ऑटो से पहुंचते हैं।

हालांकि जरा सी नजर की चूक होते ही उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो जाती है। बाईक या स्कूटी का चक्का फंस जाता है। प्रवेश द्वार पर नाला के ऊपर पाइप से स्‍लैब बनाया गया है। तेज गति से इसमें घुस जाने पर बड़ा हादसा हो सकता है।

अस्‍पताल होने के कारण इस प्रवेश द्वार से सालों भर लोगों का आना जाना है। इसके बाद भी अस्‍पताल प्रबंधन का ध्यान इस पर नहीं जा रहा था। इसी रास्‍ते से होकर अस्‍पताल के वरीय चिकित्‍सक और आला अधिकारी भी आते-जाते हैं। स्‍लैब के टूटे होने के कारण रोजाना 20 से 25 छोटी-बड़ी गाड़ि‍यां यहां फंसती है।

प्रवेश द्वार का स्‍लैब वर्षो से क्षतिग्रस्त था। इसपर गाड़ी चढ़ने के बाद डरावनी आवाज भी होती थी। रोगी के अलावे स्थानीय भी परेशान हो जाते थे। हालांकि किसी को कोई परवाह नहीं था। मंगलवार को मीडिया के पहुंचते ही अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया। तत्काल इसकी मरम्मत कराया।