प्रत्येक महिला सबसे सफलतम प्रबंधक होती है : डॉ कामिनी कुमार

झारखंड
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  • अखिल भारतीय कायस्थ महासभा फाउंडेशन की संगोष्‍ठी

रांची। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा फाउंडेशन (ABKS) की झारखंड इकाई के तत्वावधान में 18 नवंबर को रांची स्थित होटल रासो में ‘महिला सशक्तिकरण’ पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता फाउंडेशन की महिला विंग की अध्‍यक्ष मंजूषा सहाय ने की।

मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कामिनी कुमार ने कहा कि प्रत्येक महिला सबसे सफलतम प्रबंधक होती है। चाहे घर के अंदर हो या बाहर हो। काफी सूक्ष्मता से प्रबंधन करती है। महिला ही मां बन सकती है, जो भगवान का दिया अनुपम सौगात है। विपरीत परिस्थितियों में भी महिलाएं पूरे परिवार को सहजतापूर्वक उबरने में बहुमूल्य योगदान देती है।

कुलपति ने कहा कि महिलाएं आपदा प्रबंधन, सेना, पुलिस, वायुयान, प्रशासन, शिक्षा, राजनीति, सामाजिक, विज्ञान, स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि आपलोगों द्वारा महिला के विकास के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। महिला के सशक्तिकरण के लिए और भी प्रयास करने की जरूरत है।

विशिष्ट अतिथि झारखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष डॉ महुआ माजी ने कहा कि आज नारी अबला नहीं है, बल्कि सबला होकर पुरुष के बराबर खड़ी होकर समाज में कई कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। महिलाएं खेल के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार महिलाओं के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। सभी को जानकारी देकर उनके सशक्तिकरण में अपना योगदान दे सकती हैं।

सम्मानित अतिथि डॉ रश्मि प्रसाद ने कहा कि कायस्थ समाज सभी समाज को साथ लेकर कार्य कर रहा है। पूरी दुनिया मे लगभग 10 करोड़ कायस्थ की आबादी हैं। आज एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कायस्थ समाज द्वारा महिलाओं के विकास के लिए किये जा रहे सभी कार्यक्रमों को विस्तार से बताया। फाउंडेशन का प्रमुख नारा ‘उन्नत कायस्थ-उन्नत भारत’ है।

अतिथियों का स्वागत नीलकमल, हरिवंश भूषण सिन्हा, दीपक कुमार सिन्हा ने किया। संचालन विजेता और धन्यवाद आरयू की विश्वविद्यालय रसायन विभाग की प्राध्यापिका डॉ नम्रता सिन्हा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में फाउंडेशन के संगीता सिन्हा, सोनी सिन्हा, पल्लवी श्रीवास्तव, सपना कमल वर्मा, निलेन्द्र सिन्हा का योगदान रहा।