बोकारो। झारखंड के लिए गर्व की बात है।भारतीय सेना में कार्यरत बोकारो जिला के फुसरो निवासी और सैनिक स्कूल तिलैया के पूर्व छात्र लेफ्टिनेंट कर्नल जय प्रकाश कुमार, सेना मेडल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहस पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया।
यह पुरस्कार भारत के प्रथम माउंट एवरेस्ट पर विजय हासिल करने वाले व्यक्ति तेनजिंग नोर्गे के नाम पर दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1994 में भारत सरकार ने खेल और क्रीड़ा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बनाई थी।
यह पुरस्कार कर्नल जय प्रकाश को उनके 13 साल के अभूतपूर्व पर्वतारोहण में उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया। यह पुरस्कार दूसरी बार किसी झारखंड के निवासी को प्रदान किया गया, जो अपने आप में इस प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। भारत में अब तक यह पुरस्कार कुल 139 लोगों को दिया जा चुका है।
बोकारो जिला में जन्मे कर्नल जय प्रकाश विगत 2005 से भारतीय सेना में कार्यरत हैं और वो नवम डोगरा पलटन से ताल्लुक रखते हैं, जबकि आज के समय में वो डोगरा स्काउट्स में कार्यरत हैं।
अपने 16 वर्ष के कार्यकाल के दौरान कर्नल कुमार कठिन जगहों पर कार्यरत रहे और देश सेवा की। पर्वतारोहण में आज उनका नाम देश और विदेश में है। इसका श्रेय कर्नल कुमार अपने पिता दयानंद प्रसाद और माता श्रीमती रामकली देवी को देते हैं।