ढेंकनाल। टाटा स्टील बीएसएल ने ओडिशा के ढेंकनाल जिले में स्थित अपनी इकाई से बांग्लादेश के बाजार में धामरा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के माध्यम से 9 हजार टन (केटी) एलडी स्लैग का निर्यात किया है। यह उपक्रम कंपनी के परिचालन में एक और मील का पत्थर है, क्योंकि पहली बार भारत से बांग्लादेश को एलडी स्लैग का निर्यात किया गया है।
हांगकांग स्थित ट्रेड हाउस और टाटा स्टील बीएसएल के मौजूदा खरीदार सेमकोआ लिमिटेड ने बांग्लादेश में सीमेंट बनाने की प्रक्रिया में एलडी स्लैग के बाजार को विकासित करने में दिलचस्पी दिखाई है और निर्यात को सुलभ किया है। बांग्लादेश में संबंधित संयंत्र में एलडी स्लैग का टेस्ट और ट्रायल पहले ही किया जा चुका है। प्रस्तावित योजना प्रति वर्ष 100 केटी एलडी स्लैग का निर्यात करना है।
टाटा स्टील बीएसएल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सुबोध पांडे ने कहा कि एक सतत भविष्य की अपनी खोज के तहत कंपनी ने हमेशा अपने बाय-प्रोडक्ट्स से मूल्य सृजन कर परिचालन और बाजार के नवाचारों पर काम किया है। ग्राहक-केंद्रित अप्रोच के साथ, हमारे पास हस्तक्षेपों की श्रृंखला है और यह हस्तक्षेण उन्हें में से एक है, जिसका हम अपने उत्पाद पोर्टफोलियो के पूरक के रूप में और नये बाजारों का पता लगाने के लिए कर रहे हैं।
स्टील बनाने की प्रक्रिया में एलडी (लिंज-डोनाविट्ज) स्लैग बाय-प्रोडक्ट के रूप में उत्पन्न होता है। टाटा स्टील बीएसएल वर्तमान में हर साल लगभग 1 मिलियन टन एलडी उत्पन्न करता है। अपने ग्राहकों के सहयोग से कंपनी ने स्लैग सीमेंट, जीजीबीएस (ग्राउंड ग्रेनुलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग) और क्लिंकर बनाने में प्रयोग के लिए 0-6 मिमी आकार का स्लैग रेंज विकसित किया है।
बाय-प्रोडक्ट्स के अपने सस्टेनेबल ऑपरेशन के तहत टाटा स्टील बीएसएल संयंत्र के आसपास के ईंट निर्माताओं के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाइवे), सतह पक्कीकरण और निचले भूमि क्षेत्र को भरने के लिए एलडी स्लैग की आपूर्ति कर रहा है। इसके अलावा, ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सीमेंट कंपनियों, राजमार्गों और ईंट के काम में उपयोग के लिए तटीय ओडिशा के वितरकों को भी एलडी स्लैग मुहैया कराया जा रहा है। इस उपक्रम को आगे बढ़ाने के लिए यह ऑटो और एचईएमएम (हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी) सेगमेंट और कृषि के लिए काउंटरवेट विकसित करने का भी काम कर रहा है। कंपनी जो फ्लाई ऐश, एलडी स्लैग और ब्लास्ट फर्नेस स्लैग उत्पन्न कर रही है, उसका 100 प्रतिशत रिसाइक्लिंग भी कर रही है।