
- कोल इंडिया स्थापना दिवस समापन पर उत्कृष्ट योगदान के लिए कर्मी पुरस्कृत
रांची। सीएमपीडीआई ने कोल इंडिया स्थापना दिवस समापन-सह-पुरस्कार वितरण समारोह 8 नवंबर को मनाया। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुनील कुमार वर्णवाल थे। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया और सीएमपीडीआई देश की रीढ़ हैं। कोयला उद्योग के साथ-साथ देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रत्येक नागरिक कोल इंडिया का ऋणी है। उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई कुछ अतिरिक्त संसाधनों को जोड़कर भूगर्भ विज्ञान से संबंधित उद्योग के लिए बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कोयले और अन्य खनिज संसाधनों की खोज के लिए एनएमईटी फंड के उपयोग पर जोर दिया। सीएमपीडीआई को इनोवेशन की संस्कृति विकसित करनी चाहिए। उद्योग की सेवा के लिए नए विचारों/प्रौद्योगिकियों का पता लगाना और बढ़ावा देना चाहिए। प्रासंगिक होने के लिए समाज में नए मूल्य पैदा करना चाहिए।
सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कंपनी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कहा कि देश में कोयला धारक क्षेत्र का आकलन लगभग 32761 वर्ग किलोमीटर किया गया है, जो पहले के अनुमान 19,400 वर्ग किलोमीटर से लगभग 69% अधिक है। इससे नए कोयला ब्लॉकों की पहचान हो सकेगी।
कुमार ने कहा कि नवंबर, 2020 में कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा कोकिंग कोल मिशन पर एक कार्यदल का गठन किया गया था। सीएमपीडीआई द्वारा एक रिपोर्ट ‘सीआईएल ब्लॉकों में कोकिंग कोल पर रिपोर्ट, दिसंबर, 2020’ प्रस्तुत की गई थी। इसके आधार पर भारत सरकार ने ‘कोकिंग कोल मिशन’ शुरू किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सेवाओं के क्षेत्र में, सीएमपीडीआई कोयला परियोजनाओं के लागत लाभ विश्लेषण, नदी संरक्षण योजना, नदी पारिस्थितिकी तंत्र अध्ययन, उत्तर प्रदेश राज्य में रेत पुनःपूर्ति अध्ययन आदि जैसी विशिष्ट सेवाएं दे रहा है।
समारोह में सीएमपीडीआई के कर्मियों को उनके कार्यक्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। अधिकतम उत्पादकता वाले सर्वोत्तम ड्रिलिंग कैम्प (मेकनिकल ड्रिल्स) के लिए सिंहपुर कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-5 और हाइड्रोस्टैटिक ड्रिल के लिए कुदुमकेला कैम्प, क्षेत्रीय संस्थान-5 को पुरस्कार दिया गया। सर्वोत्तम ड्रिल क्रिउ के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5 के राजनगर कैम्प के ड्रिल सं0-सीएमडीएम-1000-4 (मेकनिकल ड्रिल) एवं क्षेत्रीय संस्थान-5 के ड्रिल सं0-केआर-डब्ल्यूए-3सी-12 (हाइड्रोस्टैटिक ड्रिल), बिश्रामपुर कैम्प के क्रिउ को अधिकतम उत्पादकता के लिए सम्मानित किया गया।
बेहतरीन रिपोर्ट बनाने की श्रेणी में ओपेनकास्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-3, रांची के सैकत चटर्जी, मुख्य प्रबंधक (खनन), जबकि भूमिगत खदान प्रोजेक्ट रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-1, आसनसोल के वी मधुकर, वरीय प्रबंधक (खनन), खुली खदान रिपोर्ट की तैयारी करने के लिए स्पेशल एवार्ड मुख्यालय के सुदर्शन रथ, जियोलॉजिकल रिपोर्ट के लिए क्षेत्रीय संस्थान-4, नागपुर के सोमनाथ राय एवं उनकी टीम, पर्यावरणीय सेवाओं के लिए अभिषेक कुमार सिंह एवं बाह्य परामर्शी सेवाओं (अधिकतम मूल्य) के लिए क्षेत्रीय संस्थान-7, भुवनेश्वर जबकि बाह्य परामर्शी सेवाओं (अधिकतम वृद्धि) के लिए क्षेत्रीय संस्थान-4, नागपुर को सम्मानित किया गया। बाह्य परामर्शी सेवाओं को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने के लिए स्पेशल एवार्ड मुख्यालय के महाप्रबंधक (ब्लास्टिंग) को दिया गया।
लैब सेवाओं में बिक्री/राजस्व में वृद्धि के लिए विभागाध्यक्ष (पर्यावरण), क्षेत्रीय संस्थान-7-भुवनेश्वर जबकि बिक्री में अधिकतम वृद्धि हेतु मुख्यालय, रांची के सीसी लैब, बी सतीश को गवेषण सेवाओं एवं वित्तीय सेवाओं में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए धर्मेंद्र कुमार को पुरस्कृत किया गया।
युवा अधिकारी वर्ग में ईआईए/ईएमपी रिपोर्ट तैयार करने हेतु अमरजीत सिंह, कम्पनी के विकास की दिशा में अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सुश्री अर्पणा सिन्हा, खनन योजना तैयार करने के लिए वत्स प्रियेश, एनआईटी बनाने हेतु कुशाग्र निगम, एसटीपी/ईटीपी तैयार करने के लिए शुभम सिसोदिया, ओसीपी के लिए ईआईए/ईएमपी रिपोर्ट बनाने के लिए सुश्री गार्गी पांडेय, वाइब्रो-रीपर उपकरण का लागत लाभ का विश्लेषण करने के लिए हेमंत कुमार चौहान को सम्मानित किया गया। आधारभूत संरचना की प्लानिंग के लिए क्षेत्रीय संस्थान-4, नागपुर के केए पांडियन (वर्तमान में महाप्रबंधक (टीई)-मुख्यालय) एवं उनकी टीम को जबकि क्षेत्रीय संस्थान-7-भुवनेश्वर के दारा श्याम सुन्दर को स्कीम/ई-एनआईटी बनाने के लिए तथा सुभोमय सिन्हा, सुप्रभात घोष एव एसएस सेन को इनोवेशन एवार्ड से सम्मानित किया गया।
एसएंडटी गतिविधियों के लिए वेबसाइट डिजाइन एवं विकास के लिए मिलन सेन एवं रितेश कुमार को पुरस्कृत किया गया। सीएसआर बजट की अधिकतम उपयोग के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर की टीम, जबकि सुदूरवर्ती इलाकों में अधिकतम सीएसआर राशि व्यय करने के लिए क्षेत्रीय संस्थान-3, रांची की टीम को सम्मानित किया गया। स्पेशल एचीवमेंट अवार्ड के श्रेणी में अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल करने के लिए तुषार वर्मा, दिनेश कुमार, लक्ष्मी दीप जी, शैलेश चंद्रा, आदित्या श्रेष्ठकर, डॉ श्रीधर भट्ट, अपूर्वा दास, एस कुंडू, सुदर्शन प्रसाद, राकेश कुमार, फराह नवाज, सागर दास, पुष्प राज वर्मा, जीसी विश्वास, श्रीमती आभा प्रसाद, जयंत प्रसाद, रवीन्द्र सिंह, देवेन्द्र प्रसाद सिंह, आशीष अग्रवाल, जसवीर सिंह, मनीष जैन, डॉ विनिता अरोड़ा, निर्भय भटनागर, सुश्री दीप्ति पिल्लई, बी डे एवं भरत कुमार गजरसेन को सम्मानित किया गया।
गैर अधिकारी वर्ग में समर्पित सेवा प्रदान करने के लिए राजर्षि नाथ, संतोष कुमार सिंह, चंद्रन पांडेय एवं इंद्रजीत सेन को सम्मानित किया गया इस अवसर पर सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) एके राणा, निदेशक (तकनीकी/सीआरडी/ईएस) एसके गोमास्ता, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा, जेसीसी सदस्य एवं सीएमओएआई के प्रतिनिधि उपस्थित थे। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्जवलन एवं कोल इंडिया गान से हुआ।