- पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगाने के लिए विशेषज्ञ और नागरिकों का सामूहिक अनुरोध
रांची। स्विचऑन फाउंडेशन ने एक राज्यव्यापी सर्वेक्षण किया हैं। इसमें यह बात उभरकर सामने आई कि कि 87 प्रतिशत नागरिकों का मानना है कि पटाखे वायु गुणवत्ता के लिए हानिकारक हैं। इसी तरह, 68 प्रतिशत नागरिकों ने सहमति व्यक्त की है कि दिवाली और छठ पूजा के बाद वायु प्रदूषण बढ़ता है।
स्विचऑन फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया झारखंड क्लीन एयर नेटवर्क राज्य भर के प्रमुख शिक्षक, डॉक्टर और पर्यावरण विशेषज्ञों को प्रशासन के साथ काम करने के लिए जुट रहा है। झारखंड क्लीन एयर का प्रयास नेटवर्क प्रयास पटाखों के हानिकारक प्रभावों के प्रति लोगो को संवेदनशील बनाना है। दिवाली और छठ पूजा मनाने के लिए हरे और स्वच्छ तरीकों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कई राज्यों ने या तो पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है या प्रतिबंधित कर दिया है। इसका उल्लेख करते हुए एक्सएलआरआई और एक्सआईएसएस के प्रोफेसरों ने मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर झारखंड में इसे अपनाने का अनुरोध किया है।
स्विचऑन फाउंडेशन ने एक राज्यव्यापी साइकिलिंग कार्यक्रम ‘साइकिल विद लाइट्स’ का भी आयोजन किया। इस क्रम में रांची, बोकारो, देवघर, जमशेदपुर के साइकिल चालकों ने अपने साइकिलों को रोशनी से सजाया। पूरे शहर में सवार होकर पटाखों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरुकता पैदा किया।
साइकिल की सवारी का उद्देश्य नागरिकों को पटाखों से पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना था। साथ ही सर्दियों की समय के दौरान, जब हवा की गुणवत्ता बहुत खराब होती है। पटाखे फोड़ने पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लगाने की अपील करना था।