बिहार के शेखपुरा जिले में अंधविश्वास के चक्कर में करतब दिखाने के दौरान ही युवक की मौत हो गई। मरने वाला युवक शेखपुरसराय प्रखंड अंतर्गत वीरपुर गांव रामलगन रविदास का 18 वर्षीय पुत्र धीरज रविदास है।
बताया जाता है कि धीरज रविदास साइकिल से खेल तमाशा दिखाने का काम करता था। बीती रात भी बगल के गांव बरबीघा थाना अंतर्गत मधेपुर गांव में अपने साथियों के साथ खेल तमाशा दिखा रहा था। खेल तमाशा दिखाने के दौरान साथियों की मदद से मिट्टी के गड्ढे में धीरज कुमार को जिंदा दफन कर दिया गया था। मिट्टी के गड्ढे में धीरज रविदास को दफन करने के बाद तंत्र मंत्र करके उसे जिंदा निकालने का दावा किया गया था। लेकिन किस्मत ने उसका साथ छोड़ दिया और दम घुटने की वजह से मिट्टी के गड्ढे में ही उसकी मौत हो गयी।
जब रात 12 बजे उसे गड्ढे से बाहर निकाला गया, तब तक दम घुटने से मौत हो चुकी थी। धीरज रविदास को मृत अवस्था में गड्ढे से बाहर निकाला गया, तो देखने वालों में भगदड़ मच गई। हालांकि घटना के बाद बरबीघा के प्रभारी थानाध्यक्ष ने शव को अपने कब्जे में लेना चाहा, किन्तु विरोध पर उनको बैरंग लौटना पड़ा।