बड़ी सफलता : बिहार-झारखंड का आतंक, 30 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का हत्यारा इनामी उग्रवादी आजाद गिरफ्तार

झारखंड मुख्य समाचार
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चतरा। झारखंड की चतरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। उसने 45 से भी ज्यादा कांडों में वांछित एवं 30 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का हत्यारा खूंखार उग्रवादी आजाद को उसके घर से गिरफ्तार किया है। उसपर 15 लाख रुपये का इनाम था। उसके पास से 1.50 लाख रुपये बरामद किया गया। उसके खिलाफ बिहार और झारखंड के कई थानों में मामला दर्ज है।

चतरा पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली हुई थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन का हार्डकोर खूंखार व दुर्दांत उग्रवादी रिजनल कमेटी सदस्य (RCM) इनामी नक्सली रमेश गंझू उर्फ अंकित जी उर्फ आजाद जी उर्फ हरिकेश जी संगठन के विस्तार के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने और प्रचार प्रसार कर इसमें शामिल करने के लिये प्रयत्नशील है। सूचना के अनुसार आजाद जी वर्तमान में लावलौंग और चतरा क्षेत्र मे सक्रिय है। अफीम माफियाओं एवं अन्य लोगों को डरा धमका कर लेवी के लिए पैसा वसूली का कार्य कर रहा है।

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सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए तत्काल सिमरिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक रविदास के नेतृत्व मे युवा पुलिस अवर निरीक्षक की टीम का गठन किया गया। योजनानुसार सभी गुप्तचर द्वारा बताये गये स्थान बरवाडीह पर पहुंचे। आजाद जी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। उल्लेखनीय है कि रमेश गंझू उर्फ आजाद जी चतरा, लातेहार, गया और औरंगाबाद जिला के कई कांडों में वांछित व फरार है। इनके द्वारा झारखंड व बिहार के कई क्षेत्रों में पिछले 15-20 वर्षो से भाकपा माओवादी संगठन में रहकर कई विध्वंसक घटना को अंजाम दिय गया है। उनके 15-20 वर्षों में 30 से अधिक पुलिसकर्मी एवं ग्रामीणों की हत्‍या की है। कई बड़ी घटनाओं का नेतृत्व किया है।

अंजाम दिये गये मुख्य कांड

चतरा जिला के टंडवा थाना क्षेत्र अन्तर्गत वर्ष 2011 में पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगाकर हमला कि‍या। अंधाधुंध गोली चलाई, जिससे 03 पुलिसकर्मी शहीद हो गये। बाकी जवान बुरी तरह घायल हो गये। पुलिस जीप सहित 07 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहां से 01 इंसास राईफल और 04 अन्य राईफल लूटकर भाग गया।

लातेहार स्थित बूढापहाड़ के आसपास के जंगल में वर्ष 2011-12 में विश्राम कर रहे थे। तभी पुलिस पार्टी के द्वारा नक्सलियों पर हमला किया गया। दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें 02 पुलिसकर्मी शहीद हो गये। पुलिस से एक UBGL लूट कर भाग गया।

चतरा जिला के वशिष्टनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजगुरुआ में वर्ष 2019 में आजाद जी और इनके दस्ता के 10-15 सदस्यों के द्वारा लेवी का पैसा नहीं देने के कारण राकेश सिंह के दो हाईवा गाडी और एक पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया।

मार्च 2011 में इनके और करीब 100 अन्य दस्ता सदस्यों के पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र अंतर्गत मतनाग गांव के सामने पुलिस बल पर एम्बुस लगाकर हमला कि‍या गया। पुलिस बल को घेर कर अंधाधुंध फायरिंग की गई। इसमें 03 पुलिसकर्मी शहीद हो गये एवं एक ए0के0-47 एक X-95 राईफल और 06 मैग्जीन, 100 जिंदा गोली 1 ग्रेनेड लूट कर भाग गये। 102 माओवादियों को उस घटना में मार गिराया गया।

मार्च 2012 में आजाद जी और इनके करीब 100 दस्ता सदस्यों ने बालुमाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरागी टोगरी के पास पुलिस जीप को बम्ब से उड़ा दिया। इस घटना मे 03 पुलिसकर्मी शहीद हो गये। कई पुलिस वालो को घायल हो गये। उग्रवादी घटनास्थल से एक वायरलेस सेट, एक SLR राईफल, 04 INSAS राईफल और करीब 600 जिंदा कारतूस पुलिस बल से लूट कर भाग गये।

औरंगाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2013 में आजाद जी और करीब 50 उग्रवादियों द्वारा गोह औरंगाबाद में पुलिस कैम्प पर 03 स्कार्पियो गाड़ी को दिन के समय ही सीधे कैम्प में घुसा दिया और अंधाधुध फायरिंग की। इस घटना मे एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया। वहां से पुलिस के 30 राईफल को नक्सली लूट लिये।

2013 में लातेहार जिला स्थित बरवाडीह थाना क्षेत्र के अमुआ टिकर गांव के कटिया जंगल मे देर रात आजाद जी और इसकी टीम द्वारा एम्बुस लगाकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया, जिसमें 14 पुलिस कर्मी शहीद हो गये। कुछ पुलिस कर्मी के पेट को बेरहमी से चीरकर उसमें आईईडी फिट कर दिया। इस घटना में कई अन्य ग्रामीण मारे गये एवं कुछ लोग घायल भी हुए थे।

पलामु के विश्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत अगस्त 2014 मे आजाद जी और करीब 200 अन्य उग्रवादियों द्वारा विश्रामपुर थाना क्षेत्र के छोटकी कौडिया गांव स्थित रामचन्द्र साव एवं बलराम साव के संयुक्त घर में आराम कर रहे टीपीसी पार्टी के सदस्यों पर अचानक हमला करके 16 व्यक्तियों को मार डाला। उनके हथियार छिनकर भाग गये।

नवंबर, 2018 में आजाद जी और 20-25 अन्य उग्रवादियों द्वारा बिहार के गया जिले के आमस थाना क्षेत्र अंतर्गत रेगनिया गांव के पास आमस थाना के चौकीदार राजेश्वर पासवान को पुलिस मुखबिरी करने के आरोप मे उसके घर से निकाल नहर के सामने गोली मार दी गई।

प्रतिबंधित भाकपा माओवादी आजाद को पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में टीम बनाकर उसके घर से दबोचा गया। इस अभियान मे सीआरपीएफ के 190 BNका भी सहयोग लिया गया। आजाद जी की गिरफ्तारी के बाद इसके द्वारा कई अहम जानकारी दी गई है। इनके पास से लेवी के रूप में वसूले गये 1.50 लाख रुपये बरामद किये गये।

अभियान में शामिल पदाधिकारी एवं कर्मी

स्ट्राइक टीम

अशोक रविदास अनु०पु०पदा० सिमरिया
पु०अ०नि० सचिन कुमार दास
पु०अ०नि० गोविन्द कुमार थाना प्रभारी सिमरिया
पु०अ०नि विवेक कुमार थाना प्रभारी लावालौग
पु०अ०नि० बन्टी यादव थाना प्रभारी कुन्दा
पु0अ0नि0 मुकेश कुमार सिमरिया थाना
पु०अ०नि० रामदेव वर्मा सिमरिया थाना
और सैट 44 एवं सशस्त्र बल के जवान

बैकअप टीम

पुलिस अधीक्षक चतरा एवं सेट 50 के जवान

कटऑफ टीम

CRPF 190 BN के जवान