रांची। फादर स्टेन स्वामी की मौत की जवाबदेही तयकर दोषियों को सजा देने की मांग पर 15 जुलाई, 2021 को राजभवन मार्च किया जाएगा। वाम लोकतांत्रिक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर फादर स्टेन स्वामी की मौत के दोषियों को सजा देने, जेलों में बंद मानवाधिकार एवं राजनितिक बंदियों की रिहाई करने, लोकतंत्र विरोधी यूएपीए काला कानून रद्द करने, फादर को शहीद का दर्जा देते हुए शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग उठाएंगे।
राजभवन मार्च की तैयारी की समीक्षा के लिए 11 जुलाई को भाकपा राज्य कार्यालय पर वामदल एवं विभिन्न लोकतांत्रिक सामाजिक संगठनों की बैठक हुई। इसमें भाकपा, माकपा, भाकपा माले, राजद, एसयूसीआई, आदिवासी मूलवासी आस्तित्व रक्षा मंच, आइसा झारखंड, आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा समेत कई जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। राजभवन मार्च में बड़ी संख्या में सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता भाग लेंगे।
बैठक के माध्यम से सभी संगठनों से अपील की गयी कि न्याय की लड़ाई के लिए राजभवन मार्च में शामिल हों। बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता दयामणि बारला, कुमार वरुण, अलोका कुजूर, राजद के राजेश यादव, भाकपा माले के भुवनेश्वर केवट, भाकपा के अजय सिंह, माकपा के सुखनाथ लोहरा, प्रफुल्ल लिंडा, बिरेंद्र कुमार, एसयूसीआई के मिंटू पासवान, मासस के सुशांतो मुखर्जी, छात्र नेता नौरीन अख्तर, जॉन पंकज कुजूर, जिम्मी भी उपस्थित थे।