गुड न्यूजः झारखंड के इस लाल ने कर दिया कमाल, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने दिया 15 लाख रुपये का इनाम

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रांची। प्रतिभा शोर मचाती है, पहचान दिलाती है। आपको भीड़ से अलग भी करती है। आगे पढ़ें इसका मतलब आप समझ जाएंगे।

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के एक वेब ब्राउजर माइक्रोसॉफ्ट एज में बग ढूंढने पर दो युवाओं की टीम को 20 हजार अमेरिकी डालर (इंडियन करेंसी में पन्द्रह लाख) का इनाम मिला है। दोनों ने बताया कि ढूंढा गया बग यूज़र की सुरक्षा से जुड़ा था, जिसे बाद में दूर कर दिया गया। ये बग ढूंढा झारखंड के चौपारण निवासी शिवम कुमार सिंह और यूपी के रामपुर निवासी वंश देवगन ने।

दोनों को माइक्रोसॉफ्ट के ट्रांसलेटर में यूएक्सएसएस (यूनिवर्सल क्रॉस साइट स्क्रिप्टिंग) से युक्त एक कमजोर कोड मिला, जो एज ब्राउजर में पहले से इंस्टॉल आता है और एज ऑन क्रोमियम बाउंटी प्रोग्राम के तहत इसकी सूचना देता है। माइक्रोसॉफ्ट ने उन्हें सबसे ज्यादा 15 लाख रुपये का इनाम दिया। यहां बता कि माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है। कंपनी ने 15 जनवरी 2020 को वेब ब्राउजर माइक्रोसॉफ्ट एज लांच किया था, इससे पहले इंटरनेट इंटरनेट एक्सप्लोरर को अगस्त 1995 में लांच किया था।

माइक्रोसॉफ्ट का ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर 25 साल से इंटरनेट यूजर्स को अपनी सेवाएं दे रहा है।