आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे परिषदीय विद्यालयों में दशकों तक नौकरी करने वाले 50 शिक्षकों पर अब बड़ी होगी। वर्ष 2018 में शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी करने वाले अध्यापकों का मामला सरकार ने एसटीएफ को जांच के लिए सौंप दिया।
एसटीएफ ने जांच शुरू की जिसमें तीन शिक्षक को पकड़ा। इसके साथ एसआईटी व जिला सर्तकर्ता समिति जांच में अब तक कुल 50 शिक्षक फर्जी पाये गये है। जिनके खिलाफ बर्खास्तगी के साथ विभाग मुकदमा भी दर्ज करा रहा है। अब तक कई शिक्षकों को पुलिस ने जेल भी भेज दिया है। बावजूद फर्जी शिक्षकों के मिलने का क्रम जारी है। बीएसए अंबरीष कुमार का कहना है कि अभिलेखों के सत्यापन में फर्जी मिले शिक्षकों की सेवा समाप्ति और उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की कार्रवाई जारी है। बीएसए के मुताबिक मुकदमा दर्ज कराने के बाद फर्जी शिक्षकों से उनके आहरित वेतन की रिकवरी को लेकर भी वित्त लेखाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।