- विवेक चौबे
गढ़वा। पहले पुलिस ने शव को उसके परिजनों के पास पहुंचाया। फिर आकर उसे ले गई। पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दी। यह मामला जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत नौका गांव का है।
ग्रामीण करने लगे हंगामा
ग्रामीणों के मुताबिक उक्त गांव के एक व्यक्ति को पुलिस पूछताछ के लिए थाना ले गई थी। बाद में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव घर पहुंचाया। इसपर ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों के हंगामे के बाद पुलिस दोबारा गांव में जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजा।
पूछताछ के लिए थाना ले गये
ग्रामीणों के अनुसार भंडरिया थाना के एसआई विपिन कुमार वर्मा और चौकीदार योगेंद्र पासवान नौका गांव के पोला मांझी को किसी मुकदमा के सिलसिले में पूछताछ के लिए थाना ले गए थे। एक-डेढ़ घंटे के भीतर ही वे लोग उसे मृत स्थिति में उसके घर पहुंचाकर वापस लौट गए। इस घटना से सभी ग्रामीण आक्रोश में हो गए। पुलिस-प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस दोबारा नौका गांव पहुंची। शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
चिकित्सा प्रभारी ने कहा
भंडरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विजय किशोर रजक ने कहा कि पुलिस बेहोशी की हालत में उक्त व्यक्ति को अस्पताल लाई थी। इलाज के बाद उसे रेफर कर दिया गया था।
पुलिसकर्मियों ने दी यह सफाई
भंडरिया थाना के एसआई श्रवण कुमार ने कहा कि उक्त व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाना लाया जा रहा था। रास्ते में ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल में इलाज के बाद परिजनों के साथ उन्हें घर भेज दिया गया। बाद में पता चला कि उसकी मौत हो गई। अस्पताल में कौन सा इंजेक्शन लगा, मौत का कारण क्या है, इसके लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है। साथ ही जांच पड़ताल के लिए मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति की गई है।