कानपुर। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर की अमेरिका में रह रही बेटी नैंसी पांडेय ने शहर में कोरोना संक्रमण से जूझ रहे जरूरतमंद मरीजों को कृत्रिम सांस देने वाले 04 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे हैं। इनकी कीमत छह लाख से अधिक बताई जा रही है। उनके परिजनोंं की मानें तो उनकी बेटी अमेरिका में भी रहकर कोरोना मरीजों की लगातार मदद कर रही हैं।
कानपुर के आनंदपुरी में रहने वाले सुनील पांडेय की बेटी नैंसी पांडेय इन दिनों अमेरिका के कैलिफोर्निया में जॉब करती हैं। कोरोना महामारी के दौरान अपने गृह जनपद के हालात की जानकारी पाकर उन्होंने जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अनोखी पहल की है। उन्होंने अमेरिका से छह लाख कीमत के चार आधुनिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कानपुर भेजे हैं। यहां पर आज उनकी मां कंचन पांडेय, दादी सरस्वती पांडेय व अन्य परिवारिजनों आदि ने विधि विधान से आरती कर पूजा की। इसके बाद जरूरतमंदों के इलाज में प्रयोग करने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चालू कर दिए गए ।
कानपुर के हालात जानकर मदद करने का लिया निर्णय
कानपुर की बेटी नैंसी ने अमेरिका से इस मदद के लिए आगे आने का मकसद बताते हुए एक वीडियो बनाकर भेजा है। उन्होंने उसमें बताया कि परिजनों से बात करने के दौरान वह शहर में कोरोना के बिगड़े हालात और मरीजों के इलाज के बारे में जानकारी लेती रहीं। इसके साथ ही वह फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों के जरिए भी लगातार लोगों से जुड़ी रहीं। उन्होंने बताया कि इलाज व ऑक्सीजन के अभाव में लोगों की मौत के बारे में पता चलते ही उन्हें काफी खराब लगता था।
यह सोचते हुए उन्होंने आपदा में परेशान लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। इसके बाद चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदकर परिजनों को भेज दिया ताकि जरूरतमंदों व गरीब मरीजों को इलाज में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि वह अमेरिका में भी इसी तरह की मदद कर रही हैं और अपने वतन के लोगों के लिए आगे भी मदद करती रहेंगी। नैंसी ने अमेरिका में वैक्सीन लगवाने की जानकारी देते हुए देश व कानपुर के लोगों से भी वैक्सीन लगवाने की अपील की है।
परिजनोंं ने कहा- बेटी पर है गर्व
पिता सुनील पांडेय ने बताया कि कोरोना महामारी के संकटकाल में उनकी बेटी शहर के हालात की जानकारी मिलने के बाद मदद करने की बात कहती थी लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह क्या करने वाली है । अब जब उसने ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर भेज दिए तो हम सभी परिजनों को इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि सात समंदर रहने के बाद भी बेटी को अपने देशवासियों के प्रति जिम्मेदारी का अहसास है। कानपुर की बेटी के इस सराहनीय कदम को लेकर ज्ञानी इंदरजीत सिंह खालसा ने अरदास की। इस मौके पर अजीत सिंह छाबड़ा, सुनीता शुक्ला, सुनील शुक्ला, कार्तिक पांडे, निखिल पांडे आदि मौजूद रहे।