ऋषिकेश। पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन चलाने वाले पर्यावरणविद, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पद्मभूषण सुंदरलाल बहुगुणा (93) का शुक्रवार दोपहर निधन हो गया। उन्होंने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में आखिरी सांस ली। कोरोना संक्रमित बहुगुणा को 8 मई को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि उन्हें आईसीयू में लाइफ सपोर्ट में रखा गया था। उनके रक्त में ऑक्सीजन की परिपूर्णता का स्तर बीती शाम से गिरने लगा था। चिकित्सक उनकी लगातार निगरानी कर रहे थे। शुक्रवार दोपहर करीब 12:00 बजे सुंदरलाल बहुगुणा ने अंतिम सांस ली। उनके बेटे राजीव नयन बहुगुणा एम्स में मौजूद है। पर्यावरणविद बहुगुणा का अंतिम संस्कार ऋषिकेश गंगा तट पर आज राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। एम्स निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने उनके निधन को उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि दी।