लातेहार। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता सह सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान ने दोपहिया वाहनों से ई-पास के फैसले की वापसी को लेकर 18 मई को साईकिल यात्रा की। दो पहिया वाहन के लिए ई-पास नियम लागू करने का विरोध जताया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार से इसे वापस लेने की मांग की।
खार ने साइकिल यात्रा बेलवाही से शुरू की। यह हरैया बाजारटांड़, टोरी स्टेशन, श्री राम चौंक, कामता चेकनाका होते हुए कामता पंचायत भवन परिसर में समाप्त हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस फैसले से सब्जी बेचने, खेती करने वाले छोटे-छोटे किसान, दूरी में मजदूरी करने वाले मजदूर, थाना, बैंक, पार्ट्स, गैरेज एवं कॉमर्शियल कार्य में संलग्न व्यक्ति, वृद्ध और दिव्यांग बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में निवास करने वाले अधिकांश व्यक्ति अपने दो पहिया वाहन का ई-पास नहीं बनवा पा रहे हैं। इससे वे घर में बंद हो गए हैं।
बिना ई-पास निकलने वाले मोटरसाईकिल सवारों की गाड़ी का चालान काटा जा रहा है। गाड़ी थाने में लगाई जा रही है। आमजन जरूरी कार्यों के लिए काफी परेशान हैं। पुलिस कार्रवाई से लोग डरे सहमे हुए हैं। शुरू से ही राज्य की जनता स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की गाईडलाइन का पालन कर सरकार का सहयोग कर रही है। सरकार भी कोविड-19 को नियंत्रित करने और लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इसके लिए दिन-रात जुटी है। हालांकि मोटरसाईकिल पर इतना सख्ती सही नहीं है। इससे सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है।
खान ने कहा कि यह फैसला जरूरी कार्यों के लिए निकलने वालों पर अधिक भारी पड़ गया है। प्रखंड क्षेत्र में ई-पास की अनिवार्यता को जनहित में वापस लेने की जरूरत है। उन्होंने जनहित में दोपहिया वाहनों के लिए ई-पास के फैसले पर पुनर्विचार कर इसे वापस लेने का आग्रह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार से की है। मौके पर फिरदौस खान, नसीम खान, समीर खान मौजूद थे।