- 40 वर्षों से तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में वकालत के पेशे से जुड़े थे
प्रशांत अंबष्ठ
बोकरो। तेनुघाट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट कुमार आनंद मोहन सिन्हा उर्फ अंतू बाबू का निधन गुरुवार की सुबह कोरोना से हो गया। रांची के गांधीनगर अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो सहित क्षेत्र के कई प्रबुद्ध लोगों ने शोक जताया है।
जानकारी के अनुसार एडवोकेट अंतू बाबू वर्ष 1972 से वकालत कर रहे थे। जब तेनुघाट व्यवहार न्यायालय की स्थापना हुई है, तब से वे वकालत के पेशे से जुड़े थे। इससे पूर्व वे गिरिडीह में वकालत कर रहे थे। उनके पिता गोविंद प्रसाद सिन्हा भी अधिवक्ता थे और गिरिडीह बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे।
एडवोकेट अंतू बाबू की पत्नी रेखा सिन्हा तेनुघाट से मुखिया पद से निर्वाचित भी हुई है। एडवोकेट अंतू बाबू ने कई नए वकीलों को वकालत के गुर सिखाए। इस कारण कई वकील बेहतर अधिवक्ता के रूप में जाने जाते हैं। उनके निधन को पूर्व विधायक सहित अन्य लोगों ने अपूरणीय क्षति हुई है।