नई दिल्ली। उर्वरक कंपनियां कोविड रोगियों के लिए प्रति दिन 50 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगी। रासायनिक एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने उर्वरक कंपनियों से इस महामारी के समय में ऑक्सीजन उत्पादन की अपनी मौजूदा क्षमता को पुन: प्राप्त कर और अस्पतालों को मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाकर समाज की मदद करने का आह्वान किया। उर्वरक कंपनियों ने देश में कोविड-19 की स्थिति से लड़ने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों में शामिल होने के लिए तत्परता से दिलचस्पी दिखाई। ये कदम आने वाले दिनों में देश के अस्पतालों में मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाएंगे।
एक नजर में
इफको गुजरात की अपनी कलोल इकाई में 200 क्यूबिक मीटर प्रति घंटे की क्षमता वाला एक ऑक्सीजन संयंत्र लगा रहा है। उनकी कुल क्षमता 33,000 क्यूबिक मीटर प्रति दिन होगी।
जीएसएफसी ने अपने संयंत्रों में छोटे संशोधन किए और तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू की।
जीएनएफसी ने वायु पृथक्करण इकाई शुरू करने के बाद चिकित्सा प्रयोजन के लिए तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति भी शुरू कर दी है।
जीएसएफएस और जीएनएफसी ने अपनी ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है।
अन्य उर्वरक कंपनियां सीएसआर फंडिंग के माध्यम से देश के चुनिंदा स्थानों पर अस्पताल और संयंत्रों में चिकित्सा संयंत्र स्थापित करेंगी।