लातेहार। आवेदन देने के दो माह बाद भी बीपीएल परिवार को चिकित्सा अनुदान सहायता राशि नहीं मिली है। इससे इन श्रेणी के मरीजों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान ने अस्पताल में भर्ती मरीज से मुलाकात कर इस बारे में जानकारी ली। उपायुक्त अबु इमरान और जिला कल्याण विभाग से जल्द से जल्द राशि विमुक्त करने की मांग की है।
चंदवा प्रखंड की कामता पंचायत के ग्राम दामोदर और अलौदिया के बीमार बीपीएल परिवार को चिकित्सा अनुदान राशि अब तक नहीं मिली है। प्रखंड कार्यालय को आवेदन दिए दो माह हो गये। सरलाही के रामधनवा तुरी गंभीर रूप से बीमार थे। इसकी सूचना मिलने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने घर जाकर मुलाकात की। स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। स्थिति गंभीर देखकर एम्बुलेंस से फरवरी में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ईलाज के लिए भर्ती कराया था। चिकित्सीय अनुदान सहायता राशि दिलाने की बात भी कही थी।
जोब्या के रहने वाले शिवब्रत राम भी गंभीर रूप से बीमारी से पीड़ित थे। चेकअप करने के बाद दोनों को टीबी की बीमारी बतायी गयी। आज भी दोनों मरीज को टीबी की दवा चल रही है। दोनों ने एक साथ चिकित्सा अनुदान सहायता राशि के लिए प्रखंड कार्यालय में आवेदन समेत सभी कागजात जमा किये। परिजनों को दो दिन इसके लिए कल्याण विभाग ने लातेहार सामाहरणालय में बुलाया। हालांकि आजतक राशि नहीं भेजी गई है। शिवब्रत राम पुनः 11 अप्रैल को ईलाज के लिए सीएचसी में भर्ती हैं। आर्थिक स्थिति काफी खराब होने के कारण दवा और खाने पीने में कठिनाई हो रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता सह झारखंड राज्य किसान सभा जिला अध्यक्ष अयुब खान और पूर्व पंचायत समिति सदस्य फहमीदा बीवी ने अस्पताल में भर्ती मरीज शिवब्रत राम से मुलाकात की। चिकित्सा अनुदान सहायता राशि को लेकर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आवेदन के बाद भी बीमार बीपीएल परिवारों को चिकित्सा अनुदान सहायता राशि नहीं मिल रही है। उन्होंने चिकित्सीय अनुदान सहायता राशि तत्काल उपलब्ध करा का अनुरोध उपायुक्त अबु इमरान और जिला कल्याण विभाग से किया है।