प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले के 17 मजदूर दुबई में फंसने का मामला सामने आया है। इन मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के तापेश्वर महतो, श्यामलाल महतो, कोकील महतो, भीम महतो, हीरालाल महतो, डुमरी थाना क्षेत्र के लीलो महतो, सरिया थाना क्षेत्र के बंधन महतो, युगल महतो, जितेन्द्र हासदा, संजय महतो, विनोद महतो, हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ थाना क्षेत्र के तालेश्वर, मोहन महतो, बोकारो जिले के पेंक थाना क्षेत्र के सुरेश महतो, सेवा महतो, चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के भुनेश्वर तुरी, जयनाथ महतो शामिल हैं। दो मजदूर बिहार से है।
इन सभी मज़दूरों को पिछले पांच से वहां मजदूरों को काम के बदले वेतन तक नहीं दिया जा रहा हैं। वहां फंसे मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से वतन वापसी की गुहार लगाई है। फंसे मजदूरों के सूचना के मुताबिक सभी मजदूरों को मात्र एक समय का खाना दिया जा रहा है। काम के बदले ने तो पैसा दिया जा रहा है, ना ही उन्हें वापस घर भेजा जा रहा हैं। वे वतन वापस आना चाह रहे हैं, लेकिन उनके पास में पैसे नहीं होने के कारण वे वहां फंस गए हैं।
समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस गए हैं। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर विदेश भेज देते हैं। वे विदेश जाकर फंस जाते हैं। लिहाजा उन्हें वापस लाने का भरकस प्रयास किया जा रहा है।