प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। जिले के गोमिया के साड़म पश्चिमी पंचायत स्थित केवट टोला में एक दिन की नवजात जुड़वा बच्चियों को दूसरे के हवाले करने का मामला सामने आया है। केवट टोला निवासी मयन केवट और उसकी पत्नी शांति देवी ने अपनी बच्चियों को दूसरों को सौंप दिया। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उचित कदम उठाये जाने की बात कही है।
मयन केवट ने कहा कि वह दिहाड़ी मजदूर है। मजदूरी भी रोजाना नहीं मिलती है। इसके कारण उसकी आर्थिक स्थिति दयनीय है। वह किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण कर पाता है। ऐसे में जुड़वा बच्चियों का जन्म लेना उनके लिए एक बोझ के समान है। नवजात बच्चियों की परवरिश अच्छे से करना उसके वश में नहीं है। मजबूर होकर अपने कलेजे के टुकड़े को दूसरे के हाथों में सौपना पड़ा, जिससे बच्चियों की अच्छी परवरिश हो सके।
मयन ने कहा कि वे स्वेच्छा से शनिवार की सुबह जुड़वा बच्चियों में से एक को चंडीपुर निवासी अपने रिश्तेदार को सौंपा। दूसरी बच्ची को होसिर निवासी सुजीत प्रसाद को दिया। सुजीत प्रसाद की पत्नी नीरा कुमारी ने बताया कि उन्होंने बिहार के पटना स्थित अपने नि:संतान रिश्तेदार के लिए बच्ची को गोद लिया है।
इस संबंध में बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार और गोमिया प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। सहिया एवं सेविका को भेजकर मामले की जानकारी के बाद उचित कदम उठाया जाएगा। किसी तरह की सहायता की जरूरत होगी तो निश्चित रूप से उन्हें सहायता दी जायेगी।