नई दिल्ली। मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक सामग्री के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। स्पेशल सेल के इनपुट पर तिहाड़ जेल के भीतर से एक संदिग्ध मोबाइल जब्त किया गया है। यह वही मोबाइल बताया जा रहा है जिसका इस्तेमाल कर टेलीग्राम एप बनाया गया था। मोबाइल जहां से बरामद हुआ है वहां सजा पा चुके आतंकी बंद हैं। स्पेशल सेल आगे पूरे मामले की जांच कर रही है।
तिहाड़ से बरामद हुआ मोबाइल
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने शुकव्रार को जानकारी देते हुए बताया कि टेक्निकल सर्विलांस की मदद से उनकी टीम ने तिहाड़ जेल को मोबाइल के बारे में कुछ इनपुट दिए थे। इसकी मदद से उन्होंने तलाशी अभियान चलाया और एक मोबाइल जब्त किया है। यह मोबाइल जहां से बरामद हुआ है, वहां पर सजा पा चुके कुछ आतंकी बंद हैं। स्पेशल सेल का मानना है कि विस्फोटक सामग्री रखने की जिम्मेदारी इसी मोबाइल के टेलीग्राम एप से की गई थी। तिहाड़ जेल से जल्द ही इस मोबाइल को उन्हें सौंपा जाएगा जिसके बाद इसकी फॉरेंसिक जांच की जाएगी। इससे काफी महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आएंगी।
इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी से मिला मोबाइल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह मोबाइल इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के बैरेक से बरामद हुआ है। वह इंडियन मुजाहिदीन आतंकी संगठन के ऑपरेशनल टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। पुलिस का मानना है कि उसने ही जैश उल हिन्द के नाम से टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर मुकेश अम्बानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री रखने की जिम्मेदारी ली थी। जेल नंबर-8 में बंद इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी तहसीन अख्तर पटना गांधी मैदान में पीएम मोदी की रैली में हुए बम हुए धमाके समेत हैदराबाद ब्लास्ट और बोधगया में हुए बम धमाकों में शामिल रहा है।
मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री मिली थी
जानकारी के अनुसार, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर कुछ दिन पहले एक कार में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इस विस्फोटक सामान को कार में रखने की जिम्मेदारी जैश उल हिंद ग्रुप ने ली थी। इस पूरे मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है। उनकी जांच में यह सामने आया था कि विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी लेने वाले जिस ग्रुप से मैसेज गया है, उसे बनाने का काम तिहाड़ जेल में मौजूद एक मोबाइल नंबर से हुआ है। इसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दी थी, ताकि वह इसको लेकर आगे की छानबीन कर सके। स्पेशल सेल यह पता लगा सके इस पूरी साजिश के पीछे कौन लोग शामिल हैं।
धमाके की जिम्मेदारी जैश उल हिंद ने ली थी
ज्ञात हो कि 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने के बाद 27 फरवरी को एक टेलिग्राम चैनल के जरिए विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी ली गई थी। बता दें, इससे पहले जैश उल हिंद नाम का यह संगठन पिछले महीने पहली बार उस समय सुर्खियों में आया, जब दिल्ली के हाई सिक्योरिटी जोन में इजराइल दूतावास के बाहर ब्लास्ट हुआ था। इस धमाके की जिम्मेदारी मैसेज मैसेजिंग एप टेलीग्राम के जरिये जैश उल हिंद ने ही ली थी। मैसेज में सबसे ऊपर ‘A STRIKE IN THE HEART OF DELHI’ लिखा था। अंग्रेजी में लिखे मैसेज के आखिर में धमकी दी गई थी कि यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है…आगे हम भारत के बड़े शहरों को टारगेट करेंगे।