- एलएडीसी डिप्टी राजेश कुमार सिन्हा ने किया लोक अदालत पर फोकस
रांची। डोर-टू-डोर जागरुकता कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए ओरमांझी प्रखंड की हेन्देबिली पंचायत में डालसा टीम ने ‘विधिक जागरुकता कार्यक्रम’ का अयोजन 4 मई को किया। कार्यक्रम में एलएडीसी डिप्टी राजेश कुमार सिन्हा, पीएलवी शीला तिग्गा, किरण कुमारी, आशीष बैठा, जगमोहन मुंडा, रामजीत महतो, दीपक गंझू, मुखिया दशमी मिंज एवं राजा वर्मा उपस्थित थे।
एलएडीएस डिप्टी राजेश कुमार सिन्हा ने बाल विवाह व बाल श्रम पर फोकस करते हुए कहा कि अभिभावक अपने बच्चियों का विवाह 18 वर्ष के बाद ही करें। पहले उन्हें पढ़ाये, ताकि वे अपने पैरों में खड़ा हो सके। उन्होंने बाल विवाह संबंधित कानून व रोकथाम के बारे में भी विचार रखे। कहा कि छोटे बच्चों से काम करना कानूनन अपराध हैं। मजबूर बच्चों को जागरूक करें। उसे स्कूल भेजे।
एलएडीएस डिप्टी ने कहा कि न्यायालय में कोई भी वाद लंबित हैं, तो राष्ट्रीय लोक अदालत के दिन अपने वादों का निबटरा करा सकते हैं। इससे आपको समय व धन की बचत होगी।
इसके अलाव श्री सिन्हा ने बाल विवाह, डायन बिसाही, बाल श्रम एवं नशा उन्मूलन पर भी चर्चा की। उन्होंने युवाओं को नशा न करने की सलाह दी कहा कि नशा से बचे। सारा समय अपने भविष्य को संवरने में लगाये। बाल विवाह अपराध हैं। इसमें सजा का भी प्रावधान है। किसी भी महिला या पुरुष को डायन-बिसाही कहकर संबोधित करना भी अपराध के दायरे में ही आता है।
उन्होंने थाना में नये पीएलवी की नियुक्ति के काम पर भी चर्चा की। नालसा टॉल फ्री नम्बर के बारे में भी जानकारी दी। डालसा के पीएलवी ने नालसा के 10 स्कीमों के बारें में जानकारी दी। बाल-विवाह, दहेज प्रथा, डायन बिसाही, कन्या भ्रूण हत्या इत्यादि विषय के संबंध में न्याय प्राप्त करने के संबंध में जानकारी दी।
पीएलवी दीपक गंझू ने ग्रामीणों को डालसा के तरफ से निःशुल्क विधिक सेवा प्राप्त करने के तरीकों के बारे में भी बताया। जगमोहन मुंडा, रामजीत महतो एवं संतोष कुमार गंझू ने गरीब तबके के लोगों को वृद्धा पेंशन और मजदूर निबंधन कार्ड एवं उससे होनेवाले लाभ के बारे में जानकारी दी।