
देवघर। बाबा मंदिर और मंदिर के आसपास के क्षेत्रों को पूर्ण रूप से थर्मोकॉल मुक्त बनाया जाएगा। शिवरात्रि से एक दिन पहले से मंदिर प्रांगण में थर्मोकॉल के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। इसे लेकर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक हुई।
उपायुक्त ने देवघर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिम में बाबा मंदिर प्रागण में पूर्ण रूप से थर्मोकॉल के उपयोग को बंद करने की पहल की। इसमें सभी के सहयोग की अपेक्षा जताई। इसपर पंडा और पुरोहित समाज के प्रबुद्ध लोगों ने अपनी सहमति जताते हुए उपायुक्त के पहल की सराहना की।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने पंडा और पुरोहित समाज से अपील करते हुए कहा कि बाहर से आने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं और मंदिर के आसपास रह रहे लोग, मंदिर के समीप समान बेचने वाले दुकानदारों को इसके लिए जागरूक करने के कार्य में जिला प्रशासन का सहयोग करें। इससे सही मायने में मंदिर प्रांगण और आसपास के क्षेत्रों में थर्मोकॉल मुक्त एरिया बनाया जा सकेगा।
वर्तमान में बाबा मंदिर के आसपास सभी जगहों थर्मोकोल से अंटे पड़े हैं। कहीं-कहीं लोग इनमें आग लगाकर प्रदूषण भी फैला रहे हैं। इनमें आग लगाने से कैंसर कारक हानिकारक गैस निकलती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक भी है। ऐसे में स्वच्छ सुंदर व स्वस्थ्य देवघर बनाने में जिले के सभी लोगों का अहम भूमिका निभानी होगी। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी के सुझावों व सहमति के बाद कहा कि 10 मार्च से मंदिर प्रांगण में थर्मोकॉल के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया जायेगा।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे बाबा मंदिर प्रभारी पदाधिकारी-सह-अनुमंडल पदाधिकारी दिनेश कुमार यादव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी परमेश्वर मुंडा, जिला कल्याण पदाधिकारी सुश्री मीनाक्षी भगत, जिला पंडा धर्मरक्षिणी के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त, सरदार पंडा के प्रतिनिधि के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे।