आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। चट्टी से टाटी (कूड़ु) भाया कैरो एवं नयाटोली से जिन्गी चेटर मोड़ वाली सड़क एक्सीडेंट जोन में तब्दील होती जा रही है। महीने में लगभग 15 दिन उक्त पथ में कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। इसमें जान माल का नुकसान भी हुआ। पांच साल बीत जाने के बाद भी सड़का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। उक्त बातें भाजपा जिला उपाध्यक्ष सूरज मोहन साहु ने कही।
श्री साहु ने कहा कि पथ निर्माण विभाग की लापरवाही से दुर्घटनाएं हो रही है। उक्त सड़क के निर्माण की मंजूरी 12 अप्रैल, 2016 को मिली थी। इसकी लंबाई 36.575 किलोमीटर है। निर्माण कार्य कनीय अभियंता अरविंद प्रसाद, सहायक अभियंता सुनील कुमार रजक, कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार सिंह की देखरेख में हो रहा है। सड़क निर्माण की लागत 82 करोड़ 40 लाख 63 हजार 755 रुपये है। भाजपा नीत तत्कालीन रघुवर दास सरकार ने योजना की स्वीकृति दी थी। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सह सांसद सुदर्शन भगत ने निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था।
श्री साहू ने कहा कि उक्त पथ निर्माण में भूमि अधिग्रहण करने के एवज में 5 करोड़ 62 लाख 91 हजार 300 रुपये भू-स्वामियों को भुगतान करना प्राक्कलन में दर्शाया गया है। सड़क किनारे पौधरोपण और 1 वर्ष तक उसकी देखरेख में के लिए 42 लाख 87 हजार रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है। सड़क किनारे नाली निर्माण कार्य के लिए 3 करोड़ 79 लाख 45 हजार 800 रुपये और गार्डवाल निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 64 लाख 14 हजार 585 रुपये का प्रावधान है।
श्री साहू ने कहा कि सभी व्यवस्था होने के बाबजूद आज तक किसी भू-स्वामी को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा नहीं मिला। सड़क किनारे पौधे नहीं लगाये गये। सड़क के साथ-साथ पुल-पुलिया, गार्डवाल, नाली का निर्माण अधूरा है। पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी सब अधूरा पड़ा है। संवेदक और विभागीय अफसरों की लापरवाही के कारण हर दिन दुर्घटना हो रही है। लोगों की जान जा रही है।
श्री साहू ने कहा कि एक सप्ताह में तीन-तीन दुर्घटनाएं हुई। इसमें पूर्व शिक्षक रामचरित्र गोप और चालक आलम अंसारी की मौत हो गई। इससे पहले भी उक्त पथ पर विगत 5 वर्षों में कई हादसे हुए हैं। जहां तक रोड पिचिंग का कार्य हो चुका है, वहां रेडियम रिमार्किंग हो जाने से रात को घटने वाली घटना में कमी आ सकती है। उन्होंने उपायुक्त से अपील की है कि सड़क निर्माण में लापरवाही बरतने वाले संबंधित लोगों पर अविलंब मुकदमा दर्ज कार्रवाई करें। अधूरे पड़े सड़क को यथाशीघ्र पूरा कराएं।


