टाटा स्टील की ‘माइंड ओवर मैटर’ की विजेता बनी आईएसएम की नमिता दुबे

मुंबई देश
Spread the love

  • प्रतियोगिता में 660+ इंजीनियरों ने भाग लिया, पिछले संस्करण की तुलना में 47% की वृद्धि

मुंबई। टाटा स्टील ने अपनी वार्षिक इनोवेशन चैलेंज ‘माइंड ओवर मैटर’ के 10वें संस्करण का सफल समापन किया। रोमांचक वर्चुअल फाइनल में आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की नमिता दुबे ने विजेता का खिताब हासिल किया। आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी के रवु रवि तेजा प्रथम उपविजेता और कुरपाटी हर्षवर्धन द्वितीय उपविजेता बने।

विजेता और उपविजेताओं को क्रमशः ₹1,00,000, ₹75,000 और ₹50,000 की नकद पुरस्कार राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इसके अलावा, सभी को टाटा स्टील के रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग में मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में प्री-प्लेसमेंट ऑफर भी मिले। अन्य फाइनलिस्टों को भी प्री-प्लेसमेंट इंटरव्यू का अवसर दिया गया। साथ ही, टाटा स्टील विजेता टीमों को आमंत्रित करेगी, जहां वे कंपनी के आरएंडडी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में अपने विचारों के प्रोटोटाइप विकसित करेंगे।

विजेताओं को बधाई देते हुए टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट – टेक्नोलॉजी, आरएंडडी, एनएमबी और ग्रैफीन सुबोध पांडेय ने कहा, “माइंड ओवर मैटर के 10वें संस्करण ने देशभर के युवा इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिभा और नवाचार की भावना को दर्शाया है। फाइनलिस्टों द्वारा प्रस्तुत समाधान न केवल उनकी तकनीकी दक्षता को दर्शाते हैं, बल्कि उनकी विश्लेषणात्मक सोच और वास्तविक चुनौतियों से निपटने की क्षमता को भी उजागर करते हैं। टाटा स्टील में, हम ऐसी प्रतिभाओं को संवारने और उनके विचारों को हकीकत में बदलने का मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें विश्वास है कि ये प्रतिभाशाली युवा स्टील और न्यू मटेरियल टेक्नोलॉजी के भविष्य में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”

इस सीजन के फाइनल में देश के शीर्ष 5 फाइनलिस्टों ने अपनी नवाचारी सोच और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया। उनके समाधान का मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल ने किया, जिसमें टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट – टेक्नोलॉजी, आरएंडडी, एनएमबी और ग्रैफीन, सुबोध पांडेय, चीफ प्रोडक्ट रिसर्च, राहुल कुमार वर्मा, और जेसीएपीसीपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर, अभिजीत अविनाश ननोटी शामिल थे।

इन प्रतिभाशाली टीमों को टाटा स्टील के आरएंडडी विशेषज्ञों द्वारा छह महीने की इंटर्नशिप के दौरान गहन मार्गदर्शन मिला। इस बार प्रतियोगिता ने रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी दर्ज की, जिसमें 37 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग संस्थानों—14 आईआईटी और 10 एनआईटी सहित—से 660+ छात्रों ने पंजीकरण कराया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

‘माइंड ओवर मैटर’ चैलेंज विशेष रूप से अंतिम वर्ष के बी.टेक छात्रों, प्रथम वर्ष के एम.टेक छात्रों और 5 वर्षीय डुअल-डिग्री (बी.टेक + एम.टेक) कार्यक्रम के प्रतिभागियों के लिए खोला गया था, जिससे अधिक प्रतिभाशाली युवा इंजीनियरों को अपने नवाचार कौशल दिखाने का अवसर मिला। यह प्रतियोगिता केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि उद्योग, शिक्षाविदों और छात्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने वाला एक उत्कृष्ट मंच बन चुकी है, जो उन्नत शोध और तकनीकी नवाचार के नए मानदंड स्थापित कर रही है।

खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूब वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। साथ ही, सुविधा के मुताबिक अन्‍य खबरें भी पढ़ सकते हैं।

आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, एक्‍स सहित अन्‍य सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं। खबरें पढ़ सकते हैं। सीधे गूगल हिन्‍दी न्‍यूज पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।

हमारे साथ इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/H5n5EBsvk6S4fpctWHfcLK